मेरठ/ बिजनौर. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पुलिस ने बाहरी राज्यों और अन्य देशों से आए जमातियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। मंगलवार को कई जनपदों में पुलिस ने छापेमारी की। बड़ी संख्या में विदेशी जमाती सूचना दिए बिना रहते हुए मिले हैं। उन्हें ठहराने वालों के खिलाफ पुलिस मुकदमे दर्ज कर रही है। जो जहां पर मिला, उसे पुलिस ने वहीं क्वारंटाइन कर दिया। अब सभी के कोरोना सैंपल लिए जा रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक बिजनौर के नगीना स्थित जामुन वाली मस्जिद में पुलिस को इंडोनेशिया से आए आठ धर्म प्रचारक मिले। इंडोनेशिया से वे दिल्ली आए और 21 मार्च को नगीना में पहुंचे। पुलिस ने मस्जिद से जुड़े पांच लोगों पर बिना सूचना दिए जमात ठहराने पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। शामली के झिंझाना कस्बे में पुलिस को दो मकानों से 14 जमाती मिले हैं जो त्रिपुरा के रहने वाले हैं। वे 19 मार्च को निजामुददीन से आए थे। पुलिस ने सभी को दोनों घरों में क्वारंटाइन कर दिया। उनका मेडिकल परीक्षण कराया जा रहा है।
मेरठ में मौलाना घर से मिले 14 जमाती
मेरठ में पुलिस ने परतापुर के काशी गांव में एक मौलाना के घर पर छापा मारा। यहां से 14 जमाती मिले हैं जो पिछले एक महीने से बिना सूचना दिए रुके हुए थे। ये सभी नेपाल, महाराट्र और बिहार के रहने वाले हैं। इन्हें उसी घर में क्वारंटाइन कर दिया गया है। मवाना और सरधना की मस्जिदों में तीन दिन पहले मिले 19 विदेशी जमाती पहले से निगरानी में हैं।
सहारनपुर में कजाकिस्तान और सूडान समेत कई देशों से 47 विदेशी जमाती आए हुए हैं। वे सभी स्वास्थ्य विभाग की निगरानी में हैं। जबकि दिल्ली की तब्लीगी जमात से आठ मार्च को देवबंद आए पांच कश्मीरी 11 मार्च को वापस चले गए थे। इसमें एक व्यक्ति अरशद की चार दिन पहले जम्मू कश्मीर में मौत हो गई थी।
मेरठ जोन के एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि सभी जनपदों में बाहरी जमातों की तलाश में छापेमारी का निर्देश दिया है। जो जमात बिना सूचना दिए रह रही हैं, उसमें वहां के मौलाना पर मुकदमा होगा। सभी जमातियों को वहीं पर क्वारंटाइन किया जाएगा।