उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार शाम पांच बजे राज्य के 377 प्रमुख धर्मगुरुओं से वीडियो कॉफ्रेंसिंग के जरिए बातचीत की। सीएम योगी ने कहा- हमें तत्कालिक लाभ से ऊपर उठना होगा। रामनवमी जैसे महत्वपूर्ण पर्व पर अयोध्या में कोई भीड़ नहीं होने दी गई। बीमारी किसी का चेहरा या मजहब देखकर नहीं आती है। हम कोरोना वायरस को रोकने में काफी हद तक सफल रहे हैं। लेकिन 21 दिनों के लॉकडाउन की सफलता ही आगे की दिशा तय करेगी। लॉकडाउन खुलने के बाद भी सोशल डिस्टेंसिंग तय करें।
लॉकडाउन के बाद भीड़ ने जुटे, इसका मांगा सहयोग
इस दौरान मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी व डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी भी मौजूद रहे। वीडियो कॉफ्रेंसिंग का इंतजाम जिले स्तर पर एनआईसी में की गई थी। मुख्यमंत्री ने धर्मगुरुओं से कोरोना से बचाव लॉकडाउन के पालन को लेकर बात की। लॉकडाउन के बाद भीड़ एकत्रित न हो, इसको लेकर सभी से सहयोग की अपील की। दरअसल, उत्तर प्रदेश में 15 अप्रैल से लॉकडाउन को चक्रवार खोलने की तैयारी शासन स्तर पर की जा रही है।
सुबह सीएम ने सांसद, विधायकों से मांगा था सुझाव
इससे पहले रविवार सुबह सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के सभी सांसद तथा विधायकों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की थी। इस मौके पर योगी ने कहा कि लॉकडाउन खत्म होने की चुनौती बड़ी होगी। क्योंकि इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवाना काफी कठिन काम होगा। अगर हम 15 तारीख से लॉकडाउन खोलेंगे तो एकाएक भीड़ निकलेगी। इसे रोकने के लिए आप लोगों का सहयोग चाहिए। अगर अचानक भीड़ सड़कों पर निकलेगी तो स्थिति अनियंत्रित हो सकती है। इसकी वजह से सारी मेहनत पर पानी फिर जाएगा। इसके लिए हमें एक व्यवस्था बनानी होगी। ऐसे में आप सभी लोग अपना-अपना सुझाव मुझे दें। यह देश तथा प्रदेश के बड़े इम्तहान का समय है।