उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले में लॉकडाउन के बीच गैर राज्यों से पलायन कर गांव लौटे लोगों की सूची बनाना एक रोजगार सेवक पर भारी पड़ा है। कुर्रा थाना क्षेत्र के अल्लीपुर गांव में बुधवार दोपहर दबंग फौजी के गुट ने रोजगार सेवक से विवाद के बाद उसपर ताबड़तोड़ फायरिंग की। इस दौरान गोली लगने से रोजगार सेवक की भाभीकी मौत हो गई। वारदात के बाद हमलावर मौके से फरार हो गए। सूचना पाकर पहुंची पुलिस हमलावरों की गिरफ्तारी के प्रयास में जुट गई है।
दरअसल, कोरोना वायरस को रोकने के लिए संपूर्ण भारत में 14 अप्रैल तक लॉकडाउन है। ऐसे में रोजी-रोटी संकट खड़ा होने पर दिल्ली, हरियाणा, पंजाब आदि गैर राज्यों से तमाम लोग उत्तर प्रदेश में आए। इनकी गांव वार सूची बनाने की जिम्मेदारी ग्राम निकायों को दी गई है।
इसीक्रम में मैनपुरी जिले के थाना कुर्रा क्षेत्र के ग्राम अल्लीपुर निवासी रोजगार सेवक विनय यादव ने क्षेत्रीय लेखपाल और सचिव के आदेश पर बाहर से आने वाले लोगों की सूची बनाई थी। विनय द्वारा सूची बनाए जाने की जानकारी जब गांव के दबंग फौजी शैलेंद्र पुत्र कमलेश यादव को लगी तो वह भड़क गया। फौजी शैलेंद्र यादव बुधवार की सुबह अपने अन्य साथियों के साथ ग्राम सेवक के घर आ धमका और गाली गलौच करने लगा।
विरोध करने पर दबंग भड़क गया। फौजी ने ग्राम सेवक पर घर में घुसकर ताबड़तोड़ फायरिंग की। इसी दौरान विनय यादव की भाभी 30 वर्षीय संध्या पत्नी दिनेश यादव की गोली लगने से मौत हो गई। देखते ही देखते सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। मौका मिलते ही हत्यारोपी फौजी और उसके साथी फरार हो गए। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।