उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में बुधवार को कोरोनावायरस से संक्रमण का पहला मामला सामने आया है। यहां महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर की इंदौर में कार्यरत पत्नी कोरोनावायरस (कोविड-17)पॉजिटिव मिली है। वह एक हफ्ते पहले तक अपने पति के साथ झांसी में थी। संक्रमण की रिपोर्ट आने के बाद जूनियर डॉक्टर को संदिग्ध मानते हुए उन्हें आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है। लार का नमूना केजीएमयू भेज दिया गया है।संक्रमण का मामला उजागर होने के बाद मेडिकल कॉलेज प्रशासन परेशान है। कॉलेज की प्रधानाचार्या व पैरा मेडिकल के डायरेक्टर डॉक्टर नरेंद्र सेंगर समेत 27 चिकित्सकों ने खुद को क्वारैंटाइन कर लिया है।
24 मार्च को इंदौर वापस गई थी पत्नी
झांसी मेडिकल कॉलेज के सर्जरी विभाग के जूनियर डॉक्टर की पत्नी इंदौर मेडिकल कॉलेज के गायनी विभाग में जूनियर चिकित्सक के पद पर कार्यरत है। उसकी पत्नी 19 मार्च को अपने पति के साथ रहने के लिए 5 दिन की छुट्टी पर झांसी आई थी। झांसी मेडिकल कॉलेज में स्थित एक हॉस्टल में रुकी और जब 24 मार्च को इंदौर के लिए वापस जा रही थी तो उसमें कोरोना वायरस के सिम्टम्स लग रहे थे। इंदौर जाने के बाद जब उसकी तबीयत और बिगड़ गई तो कोरोना वायरस की जांच कराई गई। बुधवार को रिपोर्ट में कोरोना वायरस की पुष्टि हो गई।
सैंपल केजीएमयू भेजा गया
जैसे ही पत्नी के संक्रमित होने की सूचना जूनियर डॉक्टर को मिली तो उसने मेडिकल कॉलेज प्रशासन को इसकी जानकारी दी। साथ में जूनियर डॉक्टर ने बताया कि उसके गले में खरास है। यह सुनते ही मेडिकल कॉलेज स्टाफ में हड़कंप मच गया। झांसी मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने जूनियर डाक्टर को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया। साथ ही कोरोना वायरस की जांच के लिए सैंपल लेकर केजीएमयू लखनऊ भेज दिया गया है। इसके अलावा जितने भी डॉक्टर उसके संपर्क में आए थे सबको क्वारेंटाइन कर दिया गया।
प्रदेश के 1614 लोगों में कोरोना जैसे लक्षण
उत्तर प्रदेश में अबतक 116 कोरोना पॉजिटिव केस मिले हैं। इनमें नोएडा में 48, मेरठ के 19, आगरा के 12, लखनऊ के 9, गाजियाबाद के 8, बरेली में 6, बुलंदशहर में 3 व पीलीभीत, वाराणसी में 2-2 और लखीमपुर खीरी, मुरादाबाद, कानपुर, जौनपुर, शामली, बस्ती, बागपत, कानपुर नगर में 1-1 केस सामने आ चुके हैं। अब तक 1,614 लोगों में कोरोना जैसे लक्षण मिले हैं। कोरोना प्रभावित देशों से अबतक 54,156 लोग उत्तर प्रदेश लौटे हैं। 12,414 लोगों को 28 दिन के ऑब्जरवेशन पर रखा गया है। राहत की बात ये है कि, अब तक आगरा के 8, गाजियाबाद के 2, नोएडा के 6 व लखनऊ के 1 समेत 17 मरीज स्वस्थ्य भी हुए हैं।