उत्तर प्रदेश के शामली जिले में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। यहां जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड भर्ती कोविड-19 के संदिग्ध मरीज ने बुधवार रात खुदकुशी कर ली। जिलाधिकारी जसजीत कौर ने बताया कि, युवक में कोरोना जैसे लक्षण थे। इसलिए उसे 31 मार्च को आइसोलेट किया गया था। लार का नमूना लेकर लैब भेजा गया था। रिपोर्ट अभी आना बाकी है। लेकिन युवक ने उससे पहले ही खुदकुशी कर ली। डीएम ने दावा किया है कि, लापरवाही बरतने के आरोपियों पर कठोर कार्रवाई होगी।
कांधला थाना क्षेत्र के कस्बा कांधला के मजरा नानूपुरा का रहने वाला युवक दिल्ली में मेहनत मजदूरी करता था। लेकिन लॉकडाउन के चलते वह गांव लौट आया था। जिसके बाद उसे सांस लेने में दिक्कत आ रही थी। उसे जिला अस्पताल के आइसोलेशन में भर्ती किया गया। उसका सैंपल जांच के लिए मेरठ मेडिकल कॉलेज भेजा गया, लेकिन अभी रिपोर्ट नहीं आई है। खुदकुशी की जानकारी होने पर सीएमओ संजय भटनागर ने पुलिस को सूचित किया। सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
वहीं, मृतक के भाई ने कहा- मेरे भाई को कुछ नहीं हुआ था, उसको केवल सांस लेने में दिक्कत थी। जिसकी आज मौत हो चुकी है। वहीं, ग्राम प्रधान ने कहा- हम लोगों ने कोरोनावायरस को लेकर गांव में ऐलान कराया था कि किसी को इस तरीके के लक्षण दिखते हैं तो ग्राम प्रधान व सचिव को सूचना दे सकता है। मृतक हाल ही में दिल्ली से आया था अपने परिवार वालों को शामली जिला हॉस्पिटल में भर्ती होने की जानकारी देकर वहां चला गया था। आज हमें मौत की सूचना मिली है।
शामली की जिलाधिकारी जसजीत कौर ने कहा- जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में एक व्यक्ति ने आत्महत्या कर ली। उसमें कोरोना वायरस के संक्रमण के लक्षण थे। अभी उसकी रिपोर्ट का इंतजार है। आगे की जांच जारी है।