
नई दिल्ली (23 मार्च 2020)- कोरोना वायरस की दहशत और मौत के पंजे का तांडव ऐसा मचा है कि घरों मे क़ैद जनता ताली और थाली तक बजाने को मजूबर है, फिलहाल स्वास्थ विभाग, नगर निगम और डिज़ास्टर मैनेजमेंट …साफ सफाई, स्वच्छ पानी, फॉगिंग, डीडीटी का छिड़काव, क्लोरोक्वीन के इस्तेमाल और उपलब्ध वैक्सीनेशन जैसे उपायों के मुकाबले में कर्फ्यू और थाली या ताली पर काफी जोर देता नज़र आ रहा है….इस सबके बीच एक गंभीर बात ये भी है कि हमारे कुछ नेता और जनता के रहनुमा भी फिलहाल नदारद ही हैं। तो क्या हमारे देश के राजनीतिक दल केवल सत्ता भोगने के लिए जनता और उनके वोटों का इस्तेमाल करना चाहते हैं। क्या बुआ बबुआ या युवराज जैसे सभी नेता केवल सत्ता में रहने और जनता पर राज करने के लिए ही पैदा हुए हैं। सबसे बड़ा सवाल ये है कि अगर ये सत्ता में नहीं हैं तो क्या बतौर विपक्ष इनकी कोई ज़िम्मेदारी नहीं बनती है। आज पूरा देश कई तरह की समस्याओं के अलावा कोरोना जैसे घातक वायरस से दहशत में है। लेकिन विपक्ष और दूसरे दल कहां है। क्या सत्ता से बाहर राजनीतिक दल और विपक्ष अपनी ज़िम्मेदारी निभा रहा हैं। या सत्ता को सहयोग करने और उसके कामकाज पर नज़र रखने का काम विपक्ष का नही हैं।आज इसी तरह के सवालों पर बात करतें हैं।
सबसे पहले कोरोना वायरस को लेकर आपको एक बात साफ कर दें कि अभी तक इसके बारे में न तो ये पता है कि ये कोरोना की वजह क्या है, किस वजह से फैल रहा है, फैलता कैसे है, और न ही अभी तक कोरोना का कोई इलाज ही सामने आ सका है। साथ ही इतना और समझ लीजिए कि दुनियां की एक बड़ी ताक़त और टैक्नॉलॉजी में बेहद एडवांस चीन में ही कोरोना हज़ारों लोगों की मौत की वजह बन गया है। और इसके बाद इटली में हज़ारों को मौत की नींद सुलाकर विश्व के दूसरे देशों के अलावा अब भारत में भी अपना असर दिखाने लगा है तो यक़ीनन आपके लिए स्थिति चिंताजनक है।
ऐसे में अगर हमारे देश के प्रधानमंत्री खु़द जनता को संबोधित करके इसके ख़तरे से आगाह करते हुए इससे बचाव के तरीक़े तक बता दें तो आपको इसका स्वागत करना चाहिए। मेरी आपसे बेहद विनम्र अपील है कि हर प्रकार के आपसी राजनीतिक, क्षेत्रीय, धार्मिक या किसी भी तरह के मतभेदों को भुलाकर कोरोना वायरस के ख़िलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सरकार की कोशिशों का सम्मान करें। आपसे ये भी रिक्वेस्ट है कि लॉकडाउन, ताली बजाने और थाली बजाने का मज़ाक़ उड़ाने के बजाए प्रधानमंत्री की अपील का हर संभव सहयोग करें।