
नई दिल्ली(8 अप्रैल 2020)- कोरोना वायरस से बचाव के लिए चल रहे लॉकडाउन को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार ने जनहित मे बड़ा फैसला लिया है। लेकिन इस बीच गाजियाबाद में कर्फ्यू के अफवाह के बाद लोगों मे अफरातफरी और दुकानों पर भीड़ का माहौल पैदा हो गया है। जिसको लेकर जिला प्रशासन और पुलिस ने मुस्तैदी दिखाते हुए उसको काबू किया है।
योगी आदित्यनाथ नेतृत्व वाली यूपी सरकार ने कोराना वायरस कोविड-19, की घातकता को देखते हुए सूबे के 15 जनपदों को पूरी तरह से सील करने का फैसला लिया है। लेकिन इसी दौरान गाजियाबाद में पूरी तरह कर्फ्यू की अफवाह फैलाई जाने लगी, जिसका खंडन करते हुए डीएम अजय शंकर पांडे और एसएसरी कलाविथी नैथानी ने मुस्तैदी का परिचय दिया है।
उत्तर प्रदेश 15 ज़िलों को सील करने के फैसले को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव ने सभी जनपदों के डीएम, एसएसपी को आदेश जारी कर दिये हैं। प्रमुख सचिव के पत्र के मुताबिक़ लखनऊ, आगरा,गाजियाबाद,गौतमबुद्धनगर (नोएडा), कानपुर सिटी,वाराणसी,शामली,मेरठ,बरेली,बुलंदशहर,बस्ती, फिरोज़ाबाद,सहारनपुर,महाराजगंज और सीतापुर को कोरोना की वजह से सील करने का फैसला लिया गया है।
लेकिन इसी बीच गाजियाबाद में पूरी तरह से कर्फ्यू के अफवाह ने लोगों में रोजाना के सामान की कमी के होने का भय फैला दिया। जिसके बाद शहर और आसपास की दुकानों पर भीड़ बढ़ गई। लेकिन डीएम अजय शंकर पांडे और एसएसपी ने मामले की गंभीरता को समझते हुए तत्काल कदम उठाए। जिला प्रशासन ने काला बाजारी करने की कोशिश या जनपद का माहौल खराब करने की कोशिश करने वालों को काबू करने के लिए खुद मोर्चा संभाल लिया है।