गाजियाबाद (17 जून 2020)- सेवानिवृत पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी ) व दिव्य कर्म योग फाउंडेशन के संथापक मोहर सिंह पिछले 22साल से नियमित रूप से लोगों को योग सिखाकर स्वास्थ्य रहने के गुर सिखा रहे हैं । कोरोनाकाल में हम खुद को योग की सहायता से कैसे खुद व अपने परिवार को बता सकते हैं इसको लेकर मोहर सिंह कहते हैं कि वैक्सीन एवं दवाओं की अनुपस्थिति में कोरोना जैसी महामारी का योग द्वारा बचाव संभव है।
उनका कहना है कि योग शरीर की प्रत्यक्ष प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है जिससे शरीर स्वयं ही रोग से लड़ने के लिए एंटीबॉडी बना लेता है । वर्तमान में क्वारंटाइन में रहने का भय अकेलापन तथा महामारी की वजह से लोगों में बड़े पैमाने पर तनाव चिंता अनिद्रा अवसाद आदि फैल रहा है, इन सब से मुक्ति के लिए कपालभाति, भस्त्रिका नाड़ी शोधन ,उज्जयी ,भ्रामरी जैसे प्राणायाम एवं योगनिद्रा प्रत्येक व्यक्ति को अवश्य करने चाहिए । विभिन्न आसन जैसे त्रिकोण, सेतुबंध ,वक्र,भुजंग , मत्स्य, उष्ट्र , शशांक के नियमित अभ्यास फेफड़ों की क्षमता को बढ़ाते हैं, इम्यूनिटी को मजबूत करके , शरीर में ऑक्सीजन के स्तर को बनाए रखते हैं। सभी क्रियाएं किसी कुशल एवं प्रशिक्षित योग चित्सिक की देखरेख में करने चाहिए। सुबह की शुद्घ वायु एवं धूप का सेवन अत्यंत लाभदायक है, अपनी मनोदशा को पॉजिटिव रखने के लिए लाफ्टर योगा करे, ईश्वर के प्रति पूर्ण समर्पण का भाव तथा सकारात्मक चिंतन बनाए रखें ।
मोहर सिंह कहते हैं कि भोजन तथा संयमित आहार-विहार का पालन अवश्य करना चाहिए । तुलसी गिलोय पुदीना दालचीनी अदरक काली मिर्च का काढ़ा बनाकर नित्य सेवन करने से इम्यूनिटी में वृद्धि होती है। उनका कहना है कि कोरोना को हमें बहुत ही गंभीरता से लेना चाहिए और दो गज दूरी(सोशल डिस्टेंसिंग ) का पालन भी करना चाहिए ।
परिचय : श्री मोहर सिंह ने 1981 मैं कानपुर के मोती झील योग केंद्र से योग की शिक्षा प्राप्त की,पुलिस विभाग में रहकर भी वह लगभग 40 वर्षों से योग की गतिविधियों से जुड़े रहे जुड़े रहे हैं। उन्होंने उत्तराखंड ऋषिकेश में स्वर्ग आश्रम ,गीता भवन, योग निकेतन ,स्वतंत्रता नंद आश्रम, वेद निकेतन ,राम तपोस्थली, ओशो गंगाधाम आदि विभिन्न आश्रमों में रहकर योग साधना की है तथा लोगों के लिए भी योग शिविरों का आयोजन किया है। विगत कई वर्षों से वह उत्तर प्रदेश के विभिन्न बंदीगृहों में बंदी जनों के शरीर एवं मनोदशा में रूपांतरण के लिए योग के कार्यक्रम चला रहे हैं इस कार्य में उनका सहयोग उनकी पुत्री श्रीमती रचना सिंह कर रही हैं जोकि दिव्य कर्म योग फाउंडेशन की अध्यक्ष हैं , जेल प्रशासन द्वारा दिव्य कर्म योग फाउंडेशन को उत्कृष्ट योगदान हेतु अनेक प्रशस्ति पत्र दिए जा चुके हैं । वह पिछले 22 वर्षों से विजय नगर में प्रतिदिन योग की निशुल्क कक्षा चला रहे हैं, साथ ही वह विभिन्न स्कूल तथा कॉलेजों में भी योग के विभिन्न कार्यक्रम कराते रहे हैं जिसमें लाखों लोग योग का निशुल्क लाभ प्राप्त कर चुके हैं।