उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कानून व्यवस्था को लेकर योगी सरकार को घेरने की कोशिश की है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा- कोरोनावायरस महामारी के बीच पुलिस उत्पीड़न पर उतारू है। लखीमपुर खीरी के मैगलगंज थाना क्षेत्र में पुलिस उत्पीड़न से परेशान युवक रोशन लाल ने आत्महत्या कर ली। इस पूरे घटनाक्रम की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करके जेल भेजा जाना चाहिए।
लॉकडाउन में आम आदमी को पुख्ता राहत नहीं
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा- पूरे प्रदेश में कोरोना महामारी अपने चरम पर है। शासन प्रशासन के तरफ से आम लोगों को कोई पुख्ता राहत नहीं दी जा रही है। दूसरी तरफ, कोरोना वायरस महामारी के नाम पर पुलिसिया उत्पीड़न जारी है। तमाम सोशल मीडिया नेटवर्क पर पुलिसिया दमन और उत्पीड़न की तस्वीरें और वीडियो वायरल हो रहे हैं जो दिल दहला देने वाले हैं। योगी सरकार में खासकर दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यक समाज लगातार पुलिसिया उत्पीड़न बढ़ा है।
यह है लखीमपुर का मामला
दरअसल, मैगलगंज कोतवाली क्षेत्र के फरिया पिपरिया गांव निवासी रोशनलाल (22) हरियाणा के गुरुग्राम में बिजली लाइन बिछाने का ठेके पर काम करता था। लॉकडाउन के बाद काम ठप होने से वह 29 मार्च को गांव वापस आ गया। उसे गांव के बाहर स्कूल में क्वारैंटाइन पर रखा गया था। मंगलवार शाम उसे पता चला कि, घर में आटा नहीं है। इसलिए वह गेहूं पिसाने औरंगाबाद चला गया। आरोप है कि, यहां पुलिसकर्मियों ने उसे पीटा, वीडियो भी बनाया गया। इससे आहत होकर रोशनलाल ने खुदकुशी कर ली। देर शाम उसका शव खेत में लगे ट्यूबवेल से बरामद हुआ था। इस मामले में आरोपी एक सिपाही को लाइन हाजिर कर दिया गया है।