कोरोनावायरस के अंधकार के खिलाफ प्रदेशवासियों ने रविवार रात 9 बजे 9 मिनट तक दिये, मोमबत्तियां व मोबाइल फोन की फ्लैशलाइट जलाईं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते शुक्रवार को देशवासियों से 5 अप्रैल की रात कोरोना संकट के अंधकार को चुनौती देने के लिए घर की लाइटों को बंदकर दिये जलाने की अपील की थी। इस मुहिम में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी जुड़े। उन्होंने अपने आवास पर ऊं के रूप मेंदिये जलाए। शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने भी दिये जलाए। वाराणसी में गंगा किनारे घाटों पर लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए कोरोना के अंधकार को दूर करने के लिए दिये जलाए। लखीमपुर खीरी में एक महिला ने दिये की लौ से मां भारती व भारत के मानचित्र को प्रकाशमान किया।
लखनऊ में मौलाना खालिद रशीद ने कोरोना के खिलाफ पीएम मोदी की अपील का स्वागत किया। खालिद रशीद समेत तमाम धर्मगुरुओं ने ईदगाह में रविवार रात दिए जलाए। वहीं, गोरखपुर में इमामबाड़ा में मुस्लिम समुदाय ने महामारी के खिलाफ एकजुटता का परिचय दिया। सैय्यद शहाब ने कहा- कोरोना किसी एक जाति, धर्म, मजहब का दुश्मन नहीं है। बल्कि पूरी इंसानियत का दुश्मन है। ऐसे में हमें इस दुश्मन के खिलाफ एकजुट होना पड़ेगा।
हमें 5 अप्रैल को अपनी महाशक्ति का जागरण करना है -मोदी
पीएम नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कोरोनावायरस के खिलाफ जंग को लेकर देशवासियों को एक वीडियो मैसेज दिया था. उन्होंने अपने मैसेज में 5 अप्रैल को रात 9 बजे मोमबत्ती और दीया जलाने का आह्वान किया था।मोदी ने कोरोना संकट पर अपने तीसरे संबोधन में कहा था- हमें 5 अप्रैल को अपनी महाशक्ति का जागरण करना है, ताकि लॉकडाउन के दौरान घरों में मौजूद लोग खुद को अकेला महसूस न करें। वहीं, भारतीय सेना ने सलाह दी है कि दीया जलाते वक्त अल्कोहल बेस्ड सैनेटाइजर इस्तेमाल न करें। इससे आग लगने का खतरा है। हाथ धोने के लिए साबुन ही इस्तेमाल करें। केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय ने लोगों से कहा है कि रात 9 बजे सिर्फ लाइट बंद रखें, पंखा, फ्रिज, एसी जैसे बाकी उपकरण चलने दें।
जनता-कर्फ्यू के दिन 22 मार्च को ताली थाली बजाने की अपील की थी
कोरोना वायरस को लेकर राष्ट्र के नाम संबोधन में पीएम नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से एक खास अपील की है। पीएम मोदी नेजनता-कर्फ्यू के दिन 22 मार्च को ऐसे सभी लोगों के समर्थन की अपील की थीजो जोखिम उठाकर आवश्यक कामों में लगे हैं, इस महामारी से लड़ने में मदद कर रहे हैं। हालांकि 22 मार्चरविवार को ठीक 5 बजे लोग अपने घर के दरवाजे पर खड़े होकर, बालकनी-खिड़कियों के सामने खड़े होकर पांच मिनट तक ताली-थाली बजा कर उन लोगों के प्रति कृतज्ञता जाहिर की थी, जो कोरोना से बचाने में हमें लगे हैं।