opposition news गाजियाबाद(22 मई,2024) नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक के नेतृत्व में अमृत सरोवर के तहत तालाबों का जीर्णोद्धार कराया जा रहा है जिसका जायजा लेने के लिए नगर आयुक्त पहुंचे उनके साथ अपर नगर आयुक्त अवनींद्र कुमार, महाप्रबंधक जल के पी आनंद, व अन्य संबंधित टीम मौजूद थी, नगर आयुक्त ने मोरटा और सदरपुर मे तालाबों का स्थलीय निरीक्षण किया गया।
गाजियाबाद नगर निगम जलकल विभाग के रफ्तार से कार्य करते हुए शहर के चार तालाबों पर अभियान के रूप में कार्य किया जा रहा है, सिटी ज़ोन में मोरटा तालाब, पक्का तालाब, कवि नगर जोन में सदरपुर तालाब हैं और कवि नगर ज़ोन में नायफल का तालाब, है जिन पर भूगर्भ जल स्तर बढ़ने के लिए तेजी से कार्य किया जा रहा है।
नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक के निर्देश अनुसार सभी तालाबों की सफाई व्यवस्था को सुदृढ़ किया जा रहा है नगर आयुक्त ने मोरटा तथा सदरपुर तालाब का जायजा लिया वहां चल रहे कार्यों को तेजी से पूर्ण करने के साथ तालाब के जल को ट्रीटमेंट करने के लिए भी कहा गया फिल्टर लगाने के निर्देश दिए गए।
नगर आयुक्त ने बताया कि चयनित तालाबों पर न केवल जल संरक्षण के लिए तालाबों की सफाई कराई जा रही है बल्कि तालाबों के आसपास तालाबों की सुंदरता बढ़ाने के लिए पौधारोपण का कार्य भी किया जाएगा फुटपाथ और अन्य कार्य भी किए जाएंगे गाजियाबाद नगर निगम द्वारा कराए जा रहे कार्यों से ग्रामीण क्षेत्रों के निवासियों मे उत्साह देखने को मिल रहा है तथा गाजियाबाद नगर निगम टीम का सहयोग भी कर रहे हैं, जन सहभागिता से गाजियाबाद नगर निगम के अमृत सरोवर योजना के तहत चयनित तालाबों की साफ सफाई के साथ-साथ उनका सुंदर बनाने का भी कार्य चल रहा है, जलकल विभाग के अधिकारियों को कार्य की मॉनिटरिंग लगातार करने के लिए विशेष रूप से कहा गयाl मौके पर पॉन्ड मैन रामवीर तंवर भी साथ में थे।
जीआईएस मैपिंग से स्मार्ट होगी निगम की विभागीय कार्यशैली
गाजियाबाद(मई,2024) नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक की अध्यक्षता में जियोग्राफिक इनफार्मेशन सिस्टम मैपिंग को लेकर बैठक हुई, इसमें रिमोट सेंसिंग एप्लीकेशन सेंटर लखनऊ से आए साइंटिस्ट आलोक सैनी ने उपस्थित लोगों को कार्य की अंतिम प्रेजेंटेशन दी ।
इसमें विस्तार से बताया गया कि नगर निगम सीमा क्षेत्र में आने वाले नाले, सड़क, शौचालय, स्ट्रीट लाइट, संपत्ति को किस प्रकार डिजिटल प्लेटफॉर्म पर लाया गया है, और कार्य प्रणाली को और अधिक आसान बनाया जा रहा है, बैठक में सभी विभागीय अधिकारी उपस्थित थे जिन्होंने इस प्रेजेंटेशन का हिस्सा बन प्रणाली को समझा।
गाजियाबाद नगर निगम के GIS ( भौगोलिक सूचना प्रणाली) सर्वे का कार्य लगभग पूरा हो चुका है जिसमें गाजियाबाद नगर निगम सीमा अंतर्गत आने वाली सड़को, स्ट्रीट लाइट, संपत्ति, नालों, शौचायलयों,पार्कों, व अन्य डाटा, डिजिटल प्लेटफॉर्म पर जोड़ दिया गया है, इस प्रकार एक ही प्लेटफार्म पर सभी प्रकार की सूचना अधिकारियों व निगम की टीम को सरलता से प्राप्त होगी जिस पर प्राथमिकता के आधार पर तय होने वाले कार्य के लिए निर्णय लिया जा सकेगा, विस्तार पूर्वक प्रेजेंटेशन उपस्थित जनों को दिया गया, संबंधित टीम द्वारा बताया गया कि सड़कों की लंबाई सड़कों की चौड़ाई सड़कों की स्थिति डाबर की सड़क, आरसीसी की सड़क या इंटरलॉकिंग की सड़क, सभी को कैटेगरी में अलग-अलग करके दर्शाया गया है जिसके माध्यम से गाजियाबाद नगर निगम की योजना के अंतर्गत कार्य करने का निर्णय प्राथमिकता निश्चित करते हुए लिया जा सकेगा जिस शहर वासियों को भी आसानी रहेगी, इसी आधार पर नालों की सफाई स्ट्रीट लाइट की स्थिति निगम की संपत्ति का विवरण शौचालय की स्थिति व अन्य विवरण भी आसानी से एक ही डिजिटल प्लेटफॉर्म पर प्राप्त हो सकेंगे जिसके माध्यम से जनहित में बेहतर कार्य गाजियाबाद नगर निगम कर सकेगा तैयारी लगभग पूर्ण हो चुकी है।
नगर आयुक्त ने बताया कि रिमोट सेंसिंग से कराए गए सर्वे के बाद जीआईएस मैपिंग के माध्यम से गाजियाबाद नगर निगम सीमा अंतर्गत 70 लेयर की कैटेगरी में संपत्ति की सूचनाओं को डिजिटल प्लेटफॉर्म से जोड़ा गया है जिसका कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है अंतिम रूप से प्रेजेंटेशन दिया गया एक माह में कार्यों को सफलतापूर्वक किया जा सकेगा, इस प्रकार की प्रणाली से न केवल विभागीय स्मार्ट वर्किंग होगी बल्कि शहर वासियों को भी इसका पूरा लाभ मिलेगा संपूर्ण जानकारी डिजिटल प्लेटफॉर्म पर प्राप्त होने से कार्यों की प्राथमिकता पारदर्शिता के साथ निर्धारित करने में आसानी रहेगी जिससे शहर वासियों को लाभ प्राप्त होगा, नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक के नेतृत्व में लगातार स्मार्ट वर्किंग की तरफ गाजियाबाद को बढ़ावा मिल रहा है।