गाजियाबाद (04 जनवरी 2018)- रातोंरात लगाई गई संविधान निर्माता डा.भीमराव अंबेडकर की मूर्ति हटाए
जाने के विरोध में अधिवक्ताओं की चल रही हड़ताल फिलहाल कुछ दिन के लिए स्थगित कर दी
गई है और जिला प्रशासन को समय दिया गया है कि वह कचहरी परिसर मेंडा. अंबेडकर की मूर्ति
लगाने के लिए जल्द से जल्द अनुमति प्रदान करे।
लेकिन वकीलों ने यह भी चेतावनी दी है कि अगर वकीलों के खिलाफ दर्ज किए गए मुकदम वापिस नहीं लिए
गये तो देश भर में आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा।
गौरतलब है कि 31 दिसंबर की रात्रि में बार एसोसिएशन ने कोर्ट परिसर में डा. अंबेडर की
आदमकद मूर्ति लगा दी थी। जिसके बाद बवाल हो गया था। एक जनवरी की रात्रि में पुलिस ने
अंबेडकर की मूर्ति वहां से हटा दी थी। जिसके बाद दो जनवरी को वकीलों ने दिनभर बवाल
काटा था और उसी दिन से पश्चिमी उप्र के तमाम जिलों में कचहरी में काम काज ठप कर दिया था।
बृहस्पतिवार को बार सभागार में बार एसोसिएशन की आम सभा की बैठक हुई जो तीन घंटे तक
चली। इस बैठक मेंवरिष्ठ अधिवक्ताओं ने अपने विचार रखे तथा यह नि र्णय लिया गया कि फिलहाल
हड़ताल को स्थगित किया जाए तथा जिला प्रशासन को अनुमति के लिए समय दिया जाए। बार एसोसिएशन के
अध्यक्ष राकेश त्यागी काकड़ा ने बताया कि वकीलों ने यह भी चेतावनी दी कि जिन अधिवक्ताओं के खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है उसे तत्काल वापिस लिया जाए। यदि यह रिपोर्ट वापिस नहीं ली तो पूरे देश में
आंदोलन किया जाएगा।
बैठक में पूर्व राज्यसभा सदस्य व अधिवक्ता नरेंद्र कश्यप के अलावा धर्म सिंह चैहान, राकेश
कुमार मकनपुर, चैधरी अजय वीर सिंह, अतुल्य शर्मा, जितेंद्र कुमार,ओरंगजेब खान, सागिर अली,
संतोष कुमार, शशि त्यागी समेत तमाम अधिवक्ताओं ने अपने विचार रखे।