नई दिल्ली (23 मार्च 2020)- पाकिस्तान के नानकाना साहेब गुरुद्वारे पर कई महीने पहले होने वाले पथराव और हमले के ख़िलाफ वोटर्स मंच द्वारा राष्ट्रपति महोदय, यूएनओ और ओआईसी यानि ऑर्गनाइज़ेशन ऑफ इस्लामिक कॉर्डिनेशन में शिकायत के बाद पाकिस्तान की पूरी दुनियां में किरकिरी हुई है। साथ ही भारत सरकार के विदेश मंत्रालय और अल्पसंख्यक आयोग ने इस बारे में वोटर्स मंच के संयोजक अध्यक्ष आज़ाद ख़ालिद को पत्र लिखकर पाकिस्तान को सख़्त क़दम उठाने और दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई करने को कहे जाने की जानकारी दी है। पाकिस्तान में हुए इस नापाक मामले के बाद पूरी दुनियां के सिख समाज और भारत के अल्पसंख्यक समुदाय में ख़ासा गुस्सा था।
दरअसल ज़ालिम कितना ही ताक़तवर क्यों न हो और हमको उसका विरोध करने में कितनी ही परेशानी क्यों न हो। लेकिन उसके ज़ुल्म के ख़िलाफ आवाज़ उठाना हर इंसान का फर्ज है।
कई माह पहले पाकिस्तान में इंसानियत और सिख समाज की शान, गुरुद्वारा नानकाना साहेब पर पथराव और हमला किये जाने की ख़बर से पूरा देश हिल गया था। इस शर्मनाक घटना के बाद वोटर्स मंच के कनवीनर आज़ाद ख़ालिद ने 06 जनवरी 2020 को भारत के राष्ट्रपति महोदय समेत यूनाइटेड नेशन्स ऑर्गनाइजेशन और इस्लामिक देशों के संघ ऑर्गनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कॉर्डिनेशन यानि ओआईसी को पत्र लिखकर पाकिस्तान में हुए शर्मनाक मामले पर सख्त क़दम उठाने की मांग की थी। जिसके बाद भारत सरकार के अल्पसंख्यक आयोग ने आज़ाद ख़ालिद के पत्र को फॉरवर्ड करते हुए भारत के विदेश मंत्रालय को उचित कार्रवाई की थी।
इसके बाद अब विदेश मंत्रालय द्वारा मार्च में लिखे गये एक पत्र में आज़ाद ख़ालिद को सूचित किया है कि भारत के विदेश मंत्रालय ने इस मामले पर पाकिस्तान को वहां के सिखों की सुरक्षा और धार्मिक स्थलों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई को कहा है।
वोटर्स मंच के संयोजक आज़ाद ख़ालिद का मानना है कि विश्वभर में किसी भी समुदाय और उनके धार्मिक स्थलों की सुरक्षा वहां की सरकारों की ज़िम्मेदारी है, और ऐसी किसी भी वारदात के ख़िलाफ दुनियांभर के हर सभ्य समाज को एकजुट होकर आवाज़ उठानी चाहिए।