नई दिल्ली/औरंगाबाद
(23 जनवरी 2018)- आरएसएस समाज को तोड़ने और दलित-मुस्लिम मुक्त भारत बनाने की फ़िराक़ में है, ये आरोप है असद-उद्दीन का। दरअसल भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ यानि आरएसएस पर एआईएमएम यानि ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन के मुखिया असद-उद्दीन ओवेसी ने बड़ा राजनीतिक हमला किया है। ओवेसी ने भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस पर आरोप लगाया है कि ये लोग दलित और मुस्लिम मुक्त भारत बनाना चाहते हैं। ओवेसी ने ये भी कहा कि ये दोनों संघठन भारत में हिंदुत्व की विचाराधारा को थोपा जा रहा है।
असद-उद्दीन ओवेसी ने आरोप लगाया कि मौजूदा दौर में मुसलमानों और दलितों को जागरुक रहने की जरूरत है। उन्होने कहा कि बीजेपी और आरएसएस समाज में गड़बड़ी करके और कमज़ोर वर्ग को दबाने का काम कर रहे हैं। ओवेसी ने आरोप लगाया कि बीजेपी तो देश को मुस्लिम मुक्त बनाना चाहती हैं जबकि आरएसएस देश को दलित मुक्त बनाना चाहता है। महाराष्ट्र के औरंगाबाद में एक सभा को संबोधित करते हुए ओवेसी ने दलितों और मुसलमानों को एकजुट होने की अपील की। ओवेसी ने आरोप लगाया कि संघ परिवार की विचारधारा मुस्लिमों को हिंदू बनाने की है। इतना ही नहीं ओवैसी ने तीन तलाक बिल को मुस्लिम महिला विरोधी बताया। उधर ओवेसी के बयान पर बीजेपी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। बीजेपी के कहना है कि आरएसएस ने हमेशा देश को जोड़ने की कोशिश की है। बीजेपी का आरोप है कि ओवेसी समाज को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं।