भगोड़े हीरा कारोबारी और पंजाब नेशनल बैंक घोटाले के मुख्य आरोपी नीरव मोदी की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। अब नीरव पर स्विट्जरलैंड में बड़ी कार्रवाई की गई है। नीरव और उनकी बहन पूर्वी मोदी के चार बैंक खातों को सीज कर दिया गया है। इन खातों में नीरव के लगभग 42 करोड़ रुपये सीज किए गए हैं।
वहीं, दूसरी तरफ नीरव मोदी को आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए लंदन की अदालत में सुनवाई के लिए पेश किया जाएगा। वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट अदालत में नियमित हिरासत पर सुनवाई के लिए पेशी की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
नीरव करीब-करीब 14000 करोड़ रुपये के पंजाब नेशनल बैंक घोटाले और धनशोधन मामले में मार्च में अपनी गिरफ्तारी के बाद से दक्षिण-पश्चिमी लंदन की वांड्सवर्थ जेल में बंद है। इस महीने की शुरुआत में ब्रिटेन के हाईकोर्ट ने नीरव की जमानत की अर्जी ठुकरा दी थी, जिसके बाद से अदालत में उसकी पहली पेशी होगी।
नीरव मोदी की जमानत याचिका अब तक चार बार ठुकराई जा चुकी है। लंदन के रॉयल कोर्ट्स ऑफ जस्टिस में दिये गए अपने फैसले में न्यायमूर्ति इंग्रिड सिमलर ने कहा कि मोदी के पास फरार होने के रास्ते हैं, लिहाजा यह मानने के लिए पर्याप्त आधार हैं कि वह आत्मसमर्पण नहीं करेगा।
इसपर नीरव मोदी के वकीलों ने कोर्ट में कहा था कि उसे जमानत दे दी जाए, वह जांच में पूरी तरह सहयोग करेंगे और इंग्लैंड छोड़कर नहीं भागेंगे। कोर्ट ने भारतीय अधिकारियों से यह भी पूछा था कि वह नीरव मोदी को किस जेल में रखेंगे।
जमानत के प्रयासों पर न्यायाधीश सिमलर ने बाकी लोगों की तरह चिंताओं को दोहराते हुए फैसला सुनाया था। उन्होंने नीरव की अपील को यह कहते हुए खारिज कर दिया था कि इस मामले में गवाहों के हस्तक्षेप और सबूत नष्ट करने के मजबूत सबूत मिले थे। यह अभी भी हो सकता है।
न्यायधीश ने आगे कहा था कि याचिकाकर्ता पर कई देशों में धोखाधड़ी के मामले दर्ज हैं, ऐसे में उसे जमानत देना ठीक नहीं होगा।