एमिटी विश्वविद्यालय में ‘‘ मानव संसाधन रणनिती एंव उद्योग संबंध अभ्यास पर कोविड का प्रभाव’’ पर वेबिनार का आयोजन
नोएडा (11 जून 2020)- छात्रों को कोविड के मानव संसाधन रणनिती एंव उद्योग संबंध अभ्यास प्रभाव की जानकारी प्रदान करने लिए एमिटी विश्वविद्यालय में वेबिनार का आयोजन किया गया। इस वेबिनार में मलेशिया के केलैंटन के यूनिवर्सिटी मलेशिया केलैंटन के फैकल्टी ऑफ एंटरप्रिन्यौरिशिप एंड बिजनेस के प्रो बालाकृष्णन परसुरमन ने ‘‘ मानव संसाधन रणनिती एंव उद्योग संबंध अभ्यास पर कोविड का प्रभाव’’ पर व्याख्यान दिया। इस वेबिनार में एमिटी विश्वविद्यालय के छात्रों, शिक्षकों एंव अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
एमिटी के प्रवक्ता अनिल दूबे ने एक प्रेस रिलीज में बताया कि मलेशिया के केलैंटन के यूनिवर्सिटी मलेशिया केलैंटन के फैकल्टी ऑफ एंटरप्रिन्यौरिशिप एंड बिजनेस के प्रो बालाकृष्णन परसुरमन ने जानकारी देते हुए कहा कि कोविड ने पिछले तीन माह से पूरे विश्व को प्रभावित कर रखा है। कोविड से पहले भी कई महामारीयों जैसे 1930 में बड़ी हताशा महामारी, 1980 में प्रांरभिक अर्थव्यवस्था सकंट, 1997 में एशिया वित्तीय संकट और 2008 में विश्व वित्तीय संकट से रूबरू हो चुके है। प्रो परसुरमन ने कहा कि कोविड से उद्योगों के सम्मुख सेल्स, मार्केटिंग, घर से कर्मचारीयो के कार्य करने की चुनौती, प्रशिक्षण की चुनौती, मानव संसाधन की चुनौती और ग्राहक से संलग्नता की चुनौती आ रही है। प्रो परसुरमन ने कहा कि मानव संसाधन विभाग के अधिकारीयों को अपने उद्यम के सीईओ या मालिकों से नियमित कर्मचारियों के बारे में बात करनी चाहिए। उन्होनें कहा कि मानव संसाधन अभ्यासी के सामने व्यापारिक योजना को नियमित करने, कार्य का संचालन करने, कर्मचारियों को संलग्न रखने एंव उत्पादन को बरकरार रखने, कर्मचारियों से नियमित संचार और कर्मचारियों को कार्यस्थल की नितीयों की जानकारी प्रदान करना मुख्य चुनौती है। मानव संसाधन विभाग को कर्मचारियो से नियमित संर्पक बनाये रखना चाहिए जिसमें उन्हे कर्मचारियों को कंपनी द्वारा नियमित अपनाये जा रहे उपाय, यात्रा करने वाले कर्मचारियों के लिए गाइड लाइन, उद्यम के नेतृत्व का लिखित, मौखिक या विडियों संदेश साझा करें और महामारी के संर्दभ में मानव संसाधन नितियों की जानकारी प्रदान करें। कोविड के दौरान मानव संसाधन विभाग को कर्मचारियों को घर से कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए और कर्मचारियों की वित्तीय आवश्यकता हेतु संतुलन व्याप्त करना चाहिए।
श्री परसुरमन ने उद्यम संबंध अभ्यास के बारे कहा कि उद्यम एंव लेबर संबंध को बढ़ावा देने के लिए विश्व के अनुसार वेतन प्रदान करें, उद्यम समरसता को बढ़ावा दे, ट्रेड यूनियन, कर्मचारी एंव सरकार के आपसी त्रिपक्षीय संबंध को बढ़ावा दे, कार्यस्थल पर कर्मचारियों के लिए सुरक्षित पर्यावरण एंव स्वास्थय सेवायें सुनिश्चित करें। उन्होनें कहा की मानव संसाधन एंव उद्यम संबंध को भविष्य में नई चयन रणनिती अपनानी होगी जिसके तहत कुशल, रचनात्मक एंव नवोन्मेषक कर्मचारियों का चयन करना होगा। आने वाले समय में व्यापार, डिजिटल अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ रहे है इसलिए उसी के अनुरूप घर से भी कार्य करने वाले आईसीटी व्यवस्था के व्यक्ति का चयन करना आवश्यक होगा। नये प्रर्दशन अप्रेजल एंव प्रबंधन को प्रस्तावित करना होगा। उन्होने भविष्य की उद्यम संबंध में नये उद्योग एंव कर्मचारी संबंध, वैश्विक चयन प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
इसके अलावा एमिटी विश्वविद्यालय में आयोजित अन्य वेबिनार के अंर्तगत अन्य वेबिनार में एडफैक्टर पीआर के उपाध्यक्ष श्री समीर कपूर ने ‘‘ कोविड 19 का मीडिया क्षेत्र पर प्रभाव – लॉकडाउन 4 एंव अनलॉक 1 ’’ पर और चंडीगढ के डा अंबेडकर इंस्टीटयूट आॅफ हाॅटेल मैनेजमेंट के वरिष्ठ लेक्चरार श्री प्रतीक घोष ने ‘‘ होटल उद्योग में अतिथि सत्कार में भावनात्मक बुद्धिमता की महत्व’’ पर अपने विचार व्यक्त किये।