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क्या है सबसे बड़ी ख़बर?

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क्या दिल्ली दंगे के दौरान कोई डीप साज़िश रची गई थी?

देश की सबसे बड़ी ख़बर, बल्कि एक राष्ट्रीय खबर, यानि सुशांत सिंह राजपूत फिलहाल हमारे मीडिया के स्क्रीन की प्रमुखता से गायब है, इसलिए आज हम आपसे कुछ छोटी छोटी खबरों पर भी चर्चा करते हैं।
सबसे पहले एक शर्मनाक तस्वीर पर बात करूंगा जो कि लखनऊ की बताई जा रही है। जिसमें दिखाया गया है कि किसी प्रदर्शन के दौरान एक स्कूली छात्रा को उत्तर प्रदेश पुलिस के आफिसर द्वारा कथित तौर पीछे से पकड़कर उसके साथ अश्लीलता का परिचय दिया गया है। बेटी बचाओ के नारे के माहौल में हम मांग करते हैं कि इस तस्वीर की जांच की जाए। और अगर यह तस्वीर गलत है तो फोटो के ओरिजन का पता लगा कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। और अगर ये यह घटना सच्ची है तो दोषी पुलिस आफिसर के खिलाफ सख्त काननू कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में कोई भी ऐसी हरकत न कर सके।
क्या दिल्ली दंगे के दौरान कोई डीप साज़िश रची गई थी…क्या दिल्ली दंगों के आरोपियों को बचाने और निर्दोशों को फंसाया गया है…क्या दिल्ली दंगों की जांच की भी जांच होनी चाहिए..आज इस पर चर्चा करेंगे…और ये भी जानने की कोशिश करेंगे कि क्या सरकार से फैसले से खुद सरकार में शामिल लोग भी अब खिलाफ होने लगे हैं….लेकिन आज सबसे पहले ये याद दिलाता चलूं कि कुछ दिनों से चल रही सबसे बड़ी राष्ट्रीय खबर यानि सुशांत सिंह राजपूत की मौत के गुत्थी के राज से पर्दा उठाने की मुहिम की खबरों से फिलहाल देश की जनता को राहत मिली हुई है। हांलाकि इस बीच उन्नाव रेप पीड़िता को मिलने वाले इंसाफ उसके परिवार पर मंडरा रहे खतरे और सैंकड़ो किसानों की आत्महत्या और दर्जनों लड़कियों के साथ होने वाले रेप के बीच एक अबला यानि कंगना रनावत को लेकर भी काफी चर्चा रहीं। लेकिन अब मुद्दा यहां से आगे बढ़कर बॉलीवुड की जया बनाम जया होता जा राह है…यानि जया भादुणी से जया प्रदा भी सवाल पूछने लगीं हैं…इतना ही नहीं कंगना वर्सेस उर्मिला मातोंडकर तो सारी हदें लांघता हुआ एक दूसरे के चरित्र हनन और ओछी टिप्पणियों तक जा पहुंचा….और पोर्न होने तक के आरोप लगाए जाने लगे….हांलाकि बॉलीवु़ड पहले भी चर्चाओं में रहने यानि गासिप bollywood gossip के हुनर को बखूबी जानता था…लेकिन शायद इससे पहले इस तरह चर्चा या छीछालेदर कभी नहीं देखी गई… इससे पहले राजकपूर rajkapoor साहब की होली की चर्चा होती तो सभी सितारे वहां एकता का परिचय देते हुए नज़र आते थे…और रहा विवादों का सवाल, तो बेहद गंभीर और बड़ा ही चर्चित विवाद दो ऐसे लोगों के बीच हुआ जिनके बारे में कहा जाता है कि वो हमेशा विवादों से दूर रहे…लेकिन इत्तिफाक ये रहा कि खुद विवादों से भले ही दूर रहे हों लेकिन दोनों के बीच विवाद इतना बढ़ा की मामला बोलचाल तक बंद होने और एक साथ काम तक न करने की कसम पर रुका….जीं हां हम बात कर रहे हैं आवाज़ के दो जादूगरों, यानि मौहम्मद रफी mohammd rafi साहब और लता मंगेशकर जी lata mangeshkar की….रॉयल्टी royelty को लेकर लता जी का कहना था कि हमारे गाये हुए गीतों से फिल्म वाले प्रड्यूसर और डिस्ट्रीब्यूटर वगैरा बेहद मोटी कमाई करते हैं तो हमको इनसे रायल्टी लेनी चाहिए….चूंकि मौहम्मद रफी साहब बेहद ईमानदार और गॉड फीयरिंग इंसान थे….वो पैसे के लालच में अपने ईमान और उसूलों से समझौता नहीं करना चाहते थे….रॉयल्टी को लेकर रफी साहब का खयाल ये था कि जब हमने उनसे अपने गाने के यानि मेहनताने के पैसे ले लिये तो उसके बाद वो उनका प्राफिट है, किसी भी तरह की रायल्टी लेना हमारे लिए नाजायज है। लता जी जानती थी कि रफी साहब की छवि फिल्म इंडस्ट्री film industry में बेहद साफ और मजबूत है इसलिए उनकी मर्जी के बगैर रायल्टी वसूल करना नामुमकिन है। वो रफी साहब रायल्टी लेने का दबाव बनाने लगीं। विवाद इतना बढ़ा कि लता जी ने दबाव बनाने के लिए रफी साहब के साथ गाने तक गाने से इंकार कर दिया और दोनों की बोलचाल तक बंद हो गई। इस बीच अपने जमाने के सबसे बड़े संगीतकार शंकर जय किशन shankar jai kishan ने भी ऐलान कर दिया कि हम लता मंगेशकर को लेकर किसी गाने का संगीत नहीं देगें…और उन्होने लता की टक्कर पर कई नये कलाकारों शारदा, सुमन कल्यानपुर shardam suman kalyanpur जैसे नामों को खड़ा कर दिया…और ये सच्चाई है कि रफी साहब की अपनी अलग क्लास थी उनका किसी से कोई मुकाबला नहीं था….काफी दिनों के बाद संगीतकार नौशाद noushad साहब ने दोनों के बीच समझौता कराया और रफी साहब ने कभी अपने उसूलों से समझौता नहीं किया…ये बात उसी बालीवुड की है जहां 1965 और 71 के युद्द में फिल्मी कलाकारों ने सीमा पर जाकर देश की सेना का मनोबल भी बढ़ाया और देश ज्वलंत मुद्दों पर न सिर्फ फिल्में बनाकर बल्कि चैरिटी शो और क्रिकेट मैच वगैरा खेल कर सरकारी खजाने में पैसा जमा कराया था। लेकिन आज जिस ढंग से जया प्रदा jaya parda , जया भादुणी jaya bhaduri पर निशाना साध रहीं है, दोनों कलाकार भी हैं और राजनेत्री भीं। उधर कंगना और उर्मिला urmila matondkar के बीच मामला पोर्न स्टार तक जा पहुंचा है उससे तो कुछ लोगों को यही लगता है कि ये लोग देश के मुद्दों से भटकाने के लिए जनता के सामने अपनी नौटंकी लेकर आ गईं हैं। बहरहाल हमने आपसे शुरु में वादा किया था कि हम आज आपसे दिल्ली दंगों और किसानों farmers के लिए लाए गये कृषि अध्यादेश agriculture bill पर बात करेंगे। दरअसल कई विपक्षी दलों के नेताओं ने महामहिम राष्ट्रपति महोदय president of india से मिलकर एक ज्ञापन सौंपा है। उन्होने दिल्ली दंगों को एक गहरी साजिश बताते हुए दंगो की जांच की ही जांच किये जाने की मांग कर दी है। कई दलों के साथ राष्ट्रपति महोदय को ज्ञापन सौपकर लोटने वाले कांग्रेसी नेता अहमद पटेल ahmed patel ने किया बताया ज़रा सुनिए। उधर केंद्र सरकार के लिए एक और बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। क्या सरकार के फैसलों से अब सरकार के सहयोगी भी नाराज होने लगे हैं। दरअसल केंद्रीय कैबिनेट मंत्री हरसिमरत कौर ने एग्रीकल्चर बिल को किसान विरोधी बताते हुए इस्तीफे का ऐलान कर दिया है। दरअसल बीजेपी का आरोप था कि कृषि बिल को लेकर कांग्रेस राजनीति कर रही है। लेकिन अब खुद बीजेपी सहयोगी दल ही विरोध करेंगे तो भला कैसे काम चलेगा। हरसिमरत कौर harsimrat kaur ने ट्वीट करके कहा कि वो किसान विरोधी इस बिल के विरोध में अपने किसान भाईयों और बहनों के साथ खड़ी हैं। जाते जाते आपको याद दिला दूं कि बिहार में एक बार फिर चुनाव bihar election हैं और एक बार वहां पर पैकेज packege की घोषणा होने वाली है। वैसे आपको याद होगा ही कि पिछले चुनावों के दौरान वहां पर 50 हजार करोड देदूं…60 हजार करोड़ देंदू…70 हजार करोड़ देदूं…80 हजार करोड़ देदू…90 देंदू….चलो दिल्ली सरकार बिहार की जनता को सवा लाख करोड़ का पैकेज देती है। अगर बिहार की जनता लाखों करोड़ का वो पैकेज खर्च हो गया हो तो कोई टेंशन की बात नहीं…फिर चुनाव हैं फिर पैकेज का ऐलान होगा….न्यूज विद आजाद खालिद news with azad khalid में आज इतना ही। #agriculturebill #agriculturebill2020 #harsimratkaurbadal #bollywoodgossip

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क्या दिल्ली दंगे के दौरान कोई डीप साज़िश रची गई थी?
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agriculture bill 2020: क्या है सबसे बड़ी ख़बर?

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आज़ाद ख़ालिद टीवी जर्नलिस्ट हैं, सहारा समय, इंडिया टीवी, वॉयस ऑफ इंडिया, इंडिया न्यूज़ सहित कई नेश्नल न्यूज़ चैनलों में महत्वपूर्ण पदों पर कार्य कर चुके हैं। Read more

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