उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। इस बीच संक्रमण के सबसे अधिक मामले आगरा में सामने आए हैं। शनविार सुबह तीन और मरीजों में संक्रमण की पुष्टि होने के बाद इसकी संख्या 92 तक पहुंच गई है। इस मुश्किल के बीच एक अच्छी बात यह भी है कि संक्रमितों में से चार की रिपोर्ट निगेटिव आई है और उनमें से दो को पूर्णतया स्वस्थ मानकर अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी है। इन्हें अभी घर पर 14 दिन क्वारैंटाइन रहना होगा।
उत्तर प्रदेश के आगरा में तीन नए केस मिलने के साथ ही शनिवार को कोरोना वायरस के मामले बढ़कर 92 हो गए हैं। आगरा के डीएम प्रभु नारायण सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि कुल 92 केसों में से 81 अभी ऐक्टिव हैं। यहां एक संक्रमित महिला की मौत हो चुकी है। एक दिन पहले ही यहां 5 केस सामने आए थे।
‘कोरोना हॉटस्पॉट’ बन चुकी ताजनगरी में नए मामले सामने आने के साथ ही कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 92 पहुंच गई है, जिसमें से 10 ठीक हो चुके हैं और एक महिला की मृत्यु हो चुकी है। 81 केस अभी ऐक्टिव हैं, जिनका इलाज चल रहा है। सभी को क्वारैंटाइनमें रखा गया है।
निजामुद्दीन मरकज से लौटे जमातियों की संख्या अधिक
आगरा में कोरोना के आधे से अधिक केस दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज से लौटे तबलीगी जमातियों के हैं। एक दिन पहले यहां पर 5 मामले सामने आए थे, जिनमें से सभी के सभी जमाती ही थे। इसके अलावा आगरा में एक प्राइवेट हॉस्पिटल को भी सील कर इसे नया हॉटस्पॉट घोषित किया गया था। हॉस्पिटल के कई स्टाफ मेंबर्स में कोरोना की पुष्टि हुई थी।
हाइवे स्थित पारस अस्पताल के छह स्टाफ मेंबर भी गुरुवार को कोरोना संक्रमित निकले थे। इस प्राइवेट हॉस्पिटल में कोरोना पॉजिटिव महिला का इलाज किया गया था। बाद में उसे मथुरा शिफ्ट कर दिया गया। यह खबर आने के साथ अस्पताल को सील कर इसे नया हॉटस्पॉट घोषित किया गया है। इससे पहले आगरा में कोरोना संक्रमित मरीज का इलाज करने वाले प्राइवेट डॉक्टर, चांदी कारोबारी की 76 साल की मां, छह जमातियों सहित मंगलवार को 10 और बुधवार सुबह दो लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई थी।