17वीं लोकसभा चुनाव की मतदान की सम्पन्न होने के बाद बहुजन समाजवादी पार्टी की मुखिया मायावती ने एक बड़ी कार्रवाई की है। उन्होंने अपने सबसे पुराने सिपाहसलार रामवीर उपाध्याय को बाहर का रास्ता दिखा दिया है। इसके साथ ही उनको पार्टी के मुख्य सचेतक पद से भी निकाल दिया गया है। उन पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगा है।
इस मामले में पार्टी के महासचिव मेवालाल गौतम ने कहा कि रामवीर उपाध्याय लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी विरोधि गतिविधियों में शामिल थे। मेवालाल ने बताया कि उन्हें हिदायत दी गई थी, लेकिन रामवीर ने आगरा, फतेहपुर सीकरी, अलीगढ़ समेत कई सीटों पर खड़े किए गए पार्टी प्रत्याशियों का खुलकर विरोध किया और विरोधी पार्टी के प्रत्याशियों का समर्थन किया।
आपको बता दें कि पिछले कई दिनों से रामवीर उपाध्याय के बीजेपी में शामिल होने की चर्चा थी, लेकिन वे खुद बसपा नहीं छोड़ना चाहते थे। अगर रामवीर ऐसा करते तो उनकी विधायकी खतरे में पड़ सकती थी। अब माना जा रहा है कि रामवीर उपाध्याय बीजेपी में शामिल हो सकते हैं।