पुलवामा में आतंकी हमला कर देश को दहलाने वाले मसूद अजहर के अंत का आगाज चुका है। पुलवामा में हुए आतंकी हमले के ठीक 75 दिन बाद अब आतंकी अजहर ना केवल भारत के लिए बल्कि पूरे देश के लिए दुश्मन घोषित हो गया है। जिस आतंकी को भारत पिछले कई सालों से ग्लोबल आतंकी घोषित करने की कोशिश कर रहा था। जिस आतंकी के खिलाफ भारत लगाम लगाने की कोशिश कर रहा था। उसमें आखिरकार भारत को सफलता मिल गई। भारत की जबरदस्त कूटनीति के चलते मसूद अज़हर को ग्लोबल आतंकी घोषित किया जा चुका है। जिस अजह़र को चीन और पाकिस्तान हर संभव कोशिश कर बचाना चाहते थे। उसी अजहर को भारत ने दुनिया की मदद से दुनिया के लिए खतरा घोषित करवा दिया है।
जैश-ए-मोहम्मद ने 14 फरवरी को पुलवामा में आतंकी हमला किया था। इसके बाद से ही भारत लगातार जैश के सरगना मसूद को वैश्विक आतंकी घोषित कराने की कोशिश कर रहा था। मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा समिति के सदस्य देश अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस लगातार कोशिश कर रहे थे, लेकिन बार-बार चीन इस पर वीटो लगा दे रहा था। चीन अभी तक चार बार वीटो लगा चुका था, लेकिन पांचवीं बार मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने के प्रस्ताव पर वह राजी हो गया है। भारत की कूटनीति और अमेरिका, ब्रिटेन द्वारा दबाव के आगे चीन की एक ना चली और आखिरकार भारत को सफलता हाथ लगी। उधर, मसूद अज़हर आतंकी घोषित हुआ और इधर, पीएम मोदी ने इस कदम को पूरे हिन्दुस्तान की जीत बताया।
भारत के सबसे बड़े आतंकियों में से एक मसूद अजह़र पर लगा आतंकी टैग भारत की बड़ी जीत है। साथ ही इसे पीएम मोदी सरकार की बड़ी सफलताओं में गिना जा रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि इससे पहले भी मसूद को ग्लोबल आतंकी घोषित करने के लिए चार बार कोशिशें हुई, लेकिन इस बार भारत की सख्ती के आगे चीन की भी एक ना चली, इसीलिए गृहमंत्रा राजनाथ सिंह के लेकर सभी बीजेपी नेता इसे सरकार की जीत बता रहे है।
आतंकी मसूद अजहर इस वक्त भी पाकिस्तान में बैठकर चैन की जिंदगी जी रहा है। पाकिस्तान की पनाह में मसूद जैसे कई आतंकी भारत के खिलाफ अब भी साजिश रच रहे है। मसूद अजहर ने भारत में पार्लियामेंट अटैक से लेकर देश के बड़े शहरों में बम धमाके और पुलवामा में आतंकी हमला किया, लेकिन अब आतंकी अजहर की उलटी गिनती शुरु हो चुकी है, अब आतंक का आका ज्यादा दिन तक नहीं बच पाएगा l