मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार को आए अभी जुम्मा-जुम्मा 4 महीने भी नहीं के अभी से ही मुख्यमंत्री कमनाथ के करीबियों भ्रष्टाचार के मामलों में फंसते दिखाई दे रहे है। कमलनाथ के करीबियों पर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की रेड पड़नी शुरु हो गई है। रविवार को इंदौर और भोपाल में जो रेड शुरु हुई वो आज भी जारी रही है। मुख्यमंत्री कमलनाथ के ओएसडी प्रवीण कक्कड़ समेत उनके करीबी अश्विनी शर्मा और प्रतीक जोशी के ठिकानों पर छापा मारा गया। खबरों के मुताबिक छापेमारी में अधिकारियों को करोड़ों रुपए मिले जिनकी गिनती की जा रही है। इसके साथ ही कुछ और जरुरी दस्तावेज भी अधिकारियों को मिले है। इस रेड के बाद मध्यप्रदेश में सियासी भूचाल सा आ गया है। कांग्रेस इस कार्रवाई को बीजेपी की सजिश बता रही है। कांग्रेस का कहना है कि हार से डर रही बीजेपी एजेंसियों का इस्तेमाल कर विपक्षी पार्टियों को रोकने की कोशिश कर रही है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक दिल्ली से गई इनकम टैक्स की टीम ने सबसे पहले भोपाल और उसके बाद इंदौर समेत कुल 50 ठिकानों पर एक साथ रेड मारा। भोपाल और इंदौर के साथ-साथ गोवा के कुछ जगहों पर भी छापेमारी की गई। चुनावी गहमागहमी के बीच हुई इस कार्रवाई ने बीजेपी को बैठे बिठाई कांग्रेस को पर हमला बोलने का अच्छा मौका दे दिया। बीजेपी ने कहा कि कांग्रेस के नेता अपने एजेंटो के जरिए दिल्ली तक काला धन पहुंचा रहे है।
इधर, बीजेपी जहां मामले को कैश करने में जुटी है, वहीं दूसरी तरफ कमलनाथ के पूर्व ओएसडी भूपेंद्र गुप्ता भी इस कार्रवाई को चुनावी कार्रवाई बता रहे है। आपको बता दें कि भूपेंद्र गुप्ता को ही हटाकर कमलनाथ सरकार ने प्रवीण कक्कड़ को नया ओएसडी बनाया था। मध्यप्रदेश में हुई इनकम टैक्स की कार्रवाई के समय पर सवाल खड़े हो रहे है। चुनाव नजदीक है और सियासत इस वक्त अपने चरम पर है। यही कारण है कि विपक्ष भी इसे सत्ताधारी बीजेपी की सजिश बताने में लगा है l