लखनऊ (27 जनवरी 2018)- उत्तर प्रदेश में किसानों की समस्या और उनकी मांगो को लेकर समाजवादी पार्टी ने प्रदेश भर में धरना प्रदर्शन किया है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पार्टी कार्यकर्ताओं को किसानों के लिए संघर्ष के तैयार रहने को कहा है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी के मुताबिक़ शनिवार को कासगंज को छोड़कर उत्तर प्रदेश की सभी तहसीलों पर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने किसानों की समस्याओं को लेकर धरना दिया। राजेंद्र चौधरी के मुताबिक़ किसानों के साथ बीजेपी सरकार के दस महीने के कार्यकाल में हुए धोखे, धान की खरीद में लूट, खाद-बीज न मिलना, बिजली के दामों में बेतहाशा वृद्धि, गन्ना भुगतान का बकाया, ऋणमाफी में किसानों के साथ छल आदि मुद्दों को लेकर तहसील पर किसानों और कार्यकर्ताओं ने धरना दिया। धरना स्थल पर किसानों की व्यथा यह भी थी कि छुट्टा पशु उनकी फसल चैपट कर रहे हैं। एक तो बीजेपी सरकार किसानों के साथ शत्रुतापूर्ण व्यवहार कर रही है वहीं आवारा पशु भी किसानों के दुश्मन हो गये हैं। राजेंद्र चौधरी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी सरकार में जनता का भरोसा नहीं रह गया है। कासगंज में हुयी सांप्रदायिक घटना ने यह साबित कर दिया कि इस सरकार में अमन-चैन कायम नहीं रह सकता। राजेंद्र चौधरी का दावा है कि पिछले दस माह में उत्तर प्रदेश में समाज का कोई भी वर्ग सुरक्षित नहीं है। समाजवादी पार्टी का आरोप है कि इस सरकार में किसानों के साथ ऋणमाफी कार्यक्रम के नाम पर मजाक किया गया है। किसानों के सभी प्रकार के ऋण माफ न कर उत्तर प्रदेश सरकार ने किसानों के साथ अन्याय किया है। जिससे किसान आत्महत्या को मजबूर है। साथ ही विजली की दरों में वृद्धि से किसान दहषत में है। खाद-बीज की अनुपलब्धता से किसानों की परेशनी बढ़ गयी है। शासन-प्रशासन की उदासीनता से अन्नदाता की हालत चिंताजनक हो गयी है। आलू उत्पादन में लगी लागत को न देकर भाजपा सरकार ने किसानों को धोखा दिया है। आलू किसान बर्बाद हो गये जिसकी वजह से अन्नदाता कर्जदार हैं। धान उत्पादक किसानों को भी उत्पादन लागत नहीं मिल सका। इसके अतिरिक्त गन्ना किसानों के बकाया का भुगतान भी नहीं हुआ है। आलू-गन्ना किसानों की तबाही की सुध लेने की जगह सरकार किसानों से अपराधियों जैसा बर्ताव कर रही है। आलू किसानों की नयी फसल का क्या होगा। सरकार को इसका जवाब देना चाहिए। समाजवादी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता चौधरी ने कहा कि समाजवादी सरकार में किसानों, नौजवानों, अल्पसंख्यकों सहित समाज के कमजोर तबके को ऊपर उठाने की दिशा में गंभीर प्रयास हुआ था जिसकी वजह से खेत-खलिहान में समृद्धि आई थी और अन्नदाता खुशहाल हुआ था। लेकिन बीजेपी की सरकार ने अखिलेश यादव द्वारा जनता के हित में शुरू की गयी जनकल्याण की नीतियों को खत्म करने का काम किया है।
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