नई दिल्ली (20 जुलाई 2017)- दुनियां के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत को 14वें राष्ट्रपति के तौर पर रामनाथ कोविंद मिल गये हैं। अपनी जीत के बाद रामनाथ कोविंद ने कहा है कि हर गरीब का प्रतिनिधि बनकर वो राष्ट्रपति भवन जा रहे हैं। 17 जुलाई को हुए मतदान के बाद 11 राज्यों के वोटों की गणना में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन यानि राजग के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद ने विपक्षी दलों की संयुक्त उम्मीदवार मीरा कुमार को तीन लाख से भी ज्यादा वोटों से हरा दिया है। इसके लिए राष्ट्रपति चुनाव के निर्वाचन अधिकारी लोकसभा के महासचिव अनूप मिश्रा ने रामनाथ कोविंद के जीतने का ऐलान किया। मतदान में कोविंद को 65.65 प्रतिशत मत मिले, जबकि विपक्ष की उम्मीदवार मीरा कुमार को 34.35 फीसदी वोट मिले।
राष्ट्रपति चुनाव में जीत के बाद एनडीए उम्मीदवार रामनाथ कोविंद ने कहा कि जिस परपंरा को राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद, सर्वपल्ली राधाकृष्णन, एपी जे अब्दुल कलाम और प्रणब मुखर्जी जैसे महान विद्वानों ने बढ़ाया है। उस पद पर मेरा चयन बहुत बड़ी जिम्मेदारियों का अहसास करा रहा है। उन्होने कहा कि व्यक्तिगत रूप से मेरे लिए ये बहुत ही भावुक क्षण है।
रामनाथ कोविंद ने कहा कि आज दिल्ली में सुबह से बारिश हो रही है और बारिश का यह मौसम मुझे बचपन की याद दिलाता है। जब मैं अपने पैतृक गांव में रहता था। घर कच्चा था, मिट्टी की दीवार थी और पूस की छत्त बारिश रोक नहीं पाती थी। हम भाई-बहन कमरे की दीवार के सहारे खड़े होकर बारिश के रूकने की इंतजार करते थे।
71 वर्षीय रामनाथ कोविंद दूसरे दलित नेता हैं जो देश के सबसे बड़े संवैधानिक पद को सुशोभित करेंगें, बता दें कि उनसे पहले के. आर नारायणन दलित समुदाय से देश के पहले राष्ट्रपति निर्वाचित हुए थे। इसके अलावा कोविंद भाजपा के पहले ऐसे सदस्य हैं जो राष्ट्रपति पद के लिए निर्वाचित हुए हैं। जबकि मीरा कुमार भी दलित समुदाय से ही आती हैं और उन्हें 1844 मत प्राप्त हुए जिसका मूल्य 3,67,314 है। रामनाथ कोविंद को 522 सांसदों का और मीरा कुमार को 225 सांसदों का समर्थन मिला, जबकि 21 सांसदों के मत रद्द हो गये हैं। राष्ट्रपति चुनाव में 77 मत अवैध घोषित किये गए जिसका मूल्य 20942 है।
कुल मिलाकर राष्ट्रपति चुनाव में रामनाथ कोविंद को 702044 मत और विपक्ष की उम्मीदवार मीरा कुमार को 367314 मत मिले हैं। कोविंद ने मीरा कुमार को 3.34 लाख वोटों से हराया है। राष्ट्रपति चुनाव में सांसद के वोट मूल्य 708 था, जबकि विधायकों के वोट का मूल्य वहां की आबादी के अनुसार तय होती है। दोनों उम्मीदवारों को राज्यवार मिलने वाले मतों का आंकड़ा निम्न प्रकार है-
आंध प्रदेश में कोविंद को 171 वोट (मूल्य 27189) मिले, जबकि मीरा कुमार को यहां एक भी मत नहीं मिला। जबकि अरुणाचल प्रदेश में कोविंद को 56 वोट (मूल्य 448) मिले और मीरा कुमार को तीन वोट (मूल्य 24) मिले। असम में कोविंद को 91 वोट (मूल्य 10,556), वहीं कुमार को 35 वोट (मूल्य 4060) मिले. बिहार में कोविंद को 130 वोट (मूल्य 22,490) वहीं कुमार को 109 वोट (मूल्य 18,857) मिले। छत्तीसगढ़ में कोविंद को 52 वोट (6,708) मिले वहीं कुमार 35 वोट (4060) मिले। कोविंद को गोवा से 25 (मूल्य 500) वोट प्राप्त हुए, जहां 38 (मूल्य 760) वोट पड़े थे। मीरा कुमार को 11 (मूल्य 220) वोट मिले और दो वोट अमान्य घोषित हुए। गुजरात में पड़े 180 (मूल्य 26,607) वोटों में से कोविंद को 132 (मूल्य 19,404), जबकि मीरा कुमार को 49 (मूल्य 7,203) मिले।
हरियाणा में कुल 90 (मूल्य 10,080) वोट पड़े, जिनमें से कोविंद को 73 (मूल्य 8,176) और मीरा कुमार को 16 (1,792) वोट मिले. एक वोट अमान्य घोषित हुए। इसके अलावा हिमाचल में कुल पड़े 67 (मूल्य 3,417) वोटों में से कोविंद को 30 (मूल्य 1,530) और मीरा कुमार को 37 (मूल्य 1,887) वोट प्राप्त हुए। जम्मू एवं कश्मीर में कोविंद को कुल पड़े 86 (मूल्य 6,192) वोटों में से 56 (मूल्य 4,032), जबकि मीरा कुमार को 30 (मूल्य 2,160) वोट प्राप्त हुए। झारखंड में कुल 81 (मूल्य 14,256) वोट पड़े, जिनमें से कोविंद को 51 (8,976), जबकि मीरा कुमा को 26 वोट (मूल्य 4,576) वोट प्राप्त हुए. चार वोट अमान्य घोषित हुए।
कुल मिलाकर रामनाथ कोविंद देश के 14वें राष्ट्रपति के तौर पर देश की सेवा के लिए चुने गये हैं। इस मौके पर बीजेपी में खुशी की लहर है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी के अलावा सभी सियासी लोगों ने उनको इस कामयाबी के लिए बधाई दी है।