ग़ाज़ियाबाद (मई 25 2016)- यूं तो पुलिस सेवा में आता वही है, जिसके लिए चुनौतियां खेलकूद और अपराध जानी दुश्मन हो। लेकिन सबसे बड़े प्रदेश के बेहद ख़ास और राष्ट्रीय राजधानी का गेट-वे यानि गाजियाबाद में पुलिस कप्तान के तौर पर काम करना रोमांचक ज़रूर है मगर बेहद चुनौतियों से भरा भी। ग़ाज़ियाबाद के लिए मिस्टर स्माइल के तौर पर स्थापित हो चुके घर्मेंद्र यादव के तबादले के बाद कुंभनगरी में अपनी क़ाबलियत के परिचय दे चुके एस एमानुएल अब गाजियाबाद के नये पुलिस कप्तान बन कर आ चुके हैं। मंगलवार को उन्होने बाक़ायादा चार्ज लेते हुए जनता से सीधे रू ब रू होने के लिए 10 बजे मीडिया के माध्यम से अपने मज़बूत इरादों को ज़ाहिर भी कर दिया है। पुलिस लाइन में होने वाली उनकी इस पत्रकारवार्ता को भले ही कुछ लोगों द्वारा आने वाले किसी भी नये कप्तान की पहली रुटीन प्रेसवार्ता की तरह देखा जा रहा हो। लेकिन इलाहाबाद के कार्यकाल में अपनी कार्यशैली का परिचय दे चुके नये कप्तान के इरादों से लगता है कि वो जनता के भरोसे को जीतने और अपराधियों के हौंसले को तोड़ने के लिए कुछ अलग प्लान रखते हैं। गाजियाबाद की जनता के लिए हरदिलअज़ीज बन चुके पूर्व कप्तान धर्मेंद्र यादव ने अपने कार्यकाल में ख़ाकी की साख को संवारने और पुलिस की छवि को सुधारने के लिए जो काम किया, उसको आगे बढ़ाने और जनता के विश्वास पर खरा उतरना भी नये कप्तान के लिए किसी चुनौती से कम नहीं। बहरहाल इलाहाबाद से ग़ाज़ियाबाद आये एस एमानुएल के लिए अभी कुछ भी कहना जल्दबादी होगा। साथ ही धर्मंद्र यादव भले ही आसपास ही मौजूद हों लेकिन उनकी कमी भी जनपदवासियों को खलती रहेगी। ऐसे में गाजियाबाद की जनता यही अपेक्षा करती है कि एस एमानुएल की मौजूदगी में पुलिस जनता की रक्षक बनकर अपराधियों पर क़हर बनी रहे।