गाजियाबाद(30 दिसंबर 2015)- शहरीकरण के दौड़ में पिछड़ते गांवों की जनता की समस्याओं को सुनने और उनसे निजात दिलाने के लिए गाजियाबाद के जिलाधिकारी ने अनोखी पहल की है। जिलाधिकारी विमल कुमार शर्मा ने मंगलवार की रात सदर तहसील व रजापुर विकास खण्ड के गांव महमूदाबाद में ठहर कर जनता के बीच रात गुजारी। जिलाधिकारी विमल कुमार रात्रि में 08. 00 बजे पहॅुचे और वहां पर ग्रामीणों की समस्या सुनीं साथ ही उन्होने ग्राम में संचालित विभिन्न योजनाओं का मौके पर सत्यापन भी किया।
उन्होंने जनता की शिकायत पर कि ग्राम के शमशान पर कास्तकार खड़कू निवासी भीकमपुर द्वारा अवैद्य कब्जा कर उस पर वर्ष 1994 में से उच्च न्यायालय का स्टे कराया हुआ है, को गम्भीरता से लेते हुये तहसीलदार सदर को मौके पर निर्देश दिये कि न्यायालय के स्टे को वेकेट कराने की तुरन्त प्रभावी कार्यवाही करें। साथ ही उन लेखपालों की भी जिम्मेदारी निर्धारित की जायें जो इस अवधि में इस गांव में तैनात थे। जिलाधिकारी ने ग्राम महमूदाबाद में शीतकालीन भ्रमण के दौरान रात्रि में वहां रात्रि विश्रराम किया तथा देर रात तक ग्रामवासियों की समस्याओं से रूबरू, भी हुये तथा मोके पर उनकी समस्याओं का समाधान भी किया। उन्होंने विभिन्न योजनाओं का ग्राम में भौतिक सत्यापन भी किया । जिलाधिकारी ने कहा कि रात्रि में गांव में आने का उनका मकसद है कि रात के समय ग्रामवासी अपना कार्य करने के बाद अधिक से अधिक संख्या में उनसे मिलकर अपनी समस्याओं को सीधा उन्हें बता सकते है। जिलाधिकारी ने गांव की ही एक महिला स्व0 चन्द्रावती की विरासत न चढाये जाने पर नाराजगी व्यक्त की तथा निर्देश दिये कि चन्द्रावती की मृत्यु के बाद उनके वारिस के नाम जल्द चढायें जायें।
जिलाधिकारी विमल कुमार शर्मा ने गांव की विकलांग लड़की गौतम व कोमल को शीघ्र विकलांगता प्रमाण-पत्र जारी कर उनकी विकलांग पेंशन शीघ्र स्वीकृत किये जाने के निर्देश दिये ग्राम में बनाये गये 35 शौचालयों का उन्होंने सत्यापन किया तथा निर्देश दिये कि शौचालयों का सदउपयोग किया जायें ताकि जिस कारण शौचालयों का निर्माण कराया गया है वह उद्देश्य पूर्ण हो सकें। जिलाधिकारी ने पया कि गांव में सभी 49 पट्टों पर सभी लागों का अपना कब्जा है। ग्राम वासीयों ने पूछने पर बताया कि ग्राम में सभी को समय से राशन मिल रहा है। गांव में 16 बीपीएल तथा 13 अन्त्योद परिवार है। गांव में एक प्राथमिक पाठशाला है जिसमें 69 बच्चें पढ़ते है। एक प्रधानाध्यापक व 03 सहायक अध्यापक कार्यरत है। स्कूल में मिड डे मील एनजीओ के द्वारा सप्लाई किया जाता है। जिलाधिकारी ने स्कूल में पढ़ने वाले छात्र वीर सिंह व अजय से 07 व 13 का पहाड़ा सुनकर शिक्षा की गुणवत्ता की परख भी की, गांव में स्वास्थ्य केन्द्र नही है लेकिन एएनएम को निर्देश दिये कि वह निर्धारित दिनों में गांव में उपस्थित रहकर अपने दायित्वों को भली प्रकार से निर्वहन करें। इस मौके पर पता चला कि गांव में तीन डिलीवरी हुयी है। साथ ही यह भी ज्ञात हुआ कि गांव के दो बच्चे कुपोषित है। जिलाधिकारी ने सख्त निर्देश दिये कि इन दोनों बच्चों की कुपोषणता को दूर करने के लिये सभी लोग सार्थक उपाय करें, तथा उपजिलाधिकारी से कहा कि वह इनकी आख्या नियमित रूप से उनके पास भेजें। गांव 687 आवदी का है जिसमें 318 महिलायें है, गांव में 15 हैण्डपम्प लगें है जो सही दशा में है 03 सोलर लाईट लगी है, 48 समाजवादी पेंशन के लाभार्थी है जिन्हें पेंशन मिल रही है। 06 विधवा, 02 विकलांग तथा 15 विधवा पेंशन के लाभार्थी है, जिन्हें पेंशन प्राप्त हो रही है। समाजवादी पेंशन के लाभार्थी कृपाल की 03 माह पूर्व मृत्यु हो गयी है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि उनका समाजवादी पेंशन के लाभार्थीयों की सूची से नाम हटाया जायें। गांव वासियों ने जिलाधिकारी को बताया कि तालाब के पास लगा विधुत का खम्बा, मुड़ गया है जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि विधुत विभाग तत्काल इस खम्बें को हटाये और साथ ही जो तार ढीलें है उन्हें भी कसें ग्रामवासियों ने बताया कि गांव में जल निकासी हेतु नाली नही बनी है। उन्होंने ग्राम प्रधान से कह कि वह राज्य वित्त आयोग की धनराशि से पानी की निकासी हेतु नाली बनवायें। गाव वालों ने कहा कि कस्यप समाज की तरफ का रास्ता कच्च है उसे पक्का बनवाया जायें। जिलाधिकारी ने ग्राम प्रधान को इस वर्ष की कार्ययोजना में इस रास्ते को बनवाने का प्रस्ताव करने के लिये कहा। रात्रि भ्रमण के समय जिलाधिकारी के साथ अपर जिलाधिकारी प्रशासन, उदय सिंह, उपजिलाधिकारी गाजियाबाद जिला विकास अधिकारी, तहसीलदार हनुमान प्रसाद मौर्य, खण्ड़ विकास अधिकारी रजापुर, जिला बेसिक शिक्षाधिकारी, सहित अन्य सम्बन्धित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। गांव प्रधान कमला रानी भी उपस्थित थी।