नई दिल्ली (16 दिसंबर2015)-वैश्विक आतंकवाद की रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2014 में विश्व में आतंकवाद से हो रही मौतों में 80 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई जबकि भारत में यह वृद्धि दर केवल एक प्रतिशत रही। देश में आंतरिक सुरक्षा समग्र रूप में नियंत्रण में है।
भारत की आंतरिक सुरक्षा के समक्ष आतंकवाद और अशांति रूपी चुनौतियां चार श्रेणियों में वर्गीकृत की जा सकती है, ये हैः- जम्मू-कश्मीर में सीमा पार से आतंकवाद, उत्तर-पूर्व में आतंकवाद, कुछ राज्यों में वामपंथी पृथकतावाद और आंतरिक इलाकों में आतंकवाद। यद्यपि आतंकवाद और अशांति के कारण संपत्ति को हुए नुकसान की मात्रा निर्धारित नहीं की जा सकती।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री हरिभाई पराथीभाई चौधरी ने बुधवार को लोकसभा में श्री दिलीप कुमार मनसुख लाल गांधी, आर. ध्रुव नारायण और गजेंद्र सिंह शेखावत के प्रश्नों के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी।