गाजियाबाद (31 दिसंबर 2016)- जिलाधिकारी निधि केसरवानी का मानना है कि अगर स्वस्थ रहना है तो गंदगी से बचें और सफाई को अपनाएं। उन्होंने जिले को खुले में शौचमुक्त बनाने के लिए प्रशिक्षित स्वच्छता सैनिकों का आह्वान किया है कि वो आगामी 31 मार्च से पूर्व जिले को खुले में शौचमुक्त बना दें। उन्होंने कहा है कि स्वच्छता सैनिक इस कार्य को सरकारी कार्य न मानकर स्वंय का कार्य समझकर गांव में जाये एवं भावनात्मक रूप से जुडते हुये लोगो की सोच में परिर्वतन लायें ताकि खुले में शौच पूरी तरह से समाप्त हो जाये। जिलाधिकारी शनिवार को समुदाय संचालित सम्पूर्ण स्वच्छता विधा के 05 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन समारोह को सम्बोधित कर रहीं थीं। उन्होंने कहा कि जनपद आर्थिक रूप से एक सम्पन्न जिला है। अधिकांश परिवार स्वंय शौचालय बनवाने में सक्षम है । सभी प्रशिक्षित स्वच्छता सैनिक कम से कम एक गांव को चिन्हित कर उसे खुले में शौच मुक्त बनाने का सकल्प लें। सभी सैनिक अपने चिन्हित ग्रामों की सूची आज ही जिला पंचायत राज अधिकारी को दें। उन्होने कहा कि नववर्ष की शुरूवात अपने चयनित गावं में इस पुनीत कार्य को प्रारम्भ करते हुये करें। जिलाधिकारी ने चिन्हित गांव को लक्ष्य बनाकर कार्य करने की सलाह दी उन्होंने कहा कि गांव के प्रत्येक परिवार के मुखिया को अस्वच्छता एवं खुले में शौच से होने वाली गन्दगी व फैलने वाली बीमारियों से आगाह करें उन्हें बताये कि जिस प्रकार से हमारे शरीर को भूख लगने पर भोजन तथा सर्दी गर्मी बरसात से बचने के लिए मकान की जरूरत होती है उसी प्रकार से शरीर को गन्दगी व बीमारियों से बचाने के लिए स्वच्छता जरूरी है। जिसके लिए शौचालय बनवाना अनिवार्य है। जिलाधिकारी ने प्रशिक्षित स्वच्छता सैनिको से कहा कि आपको अपने क्षेत्र में कार्य करने के लिए प्रशिक्षण देने के साथ ही अन्य आवश्यक संसाधन दे दिये गये हैं। आवश्यकता इस बात की है कि आप पूरी निष्ठा एवं भावना के साथ इस कार्य में लग जाये और जनपद के प्रत्येक घर में शौचालय बनवाकर जिले को खुले में शौचमुक्त बनाये । आपको 05 दिनों तक दिया गया यह प्रशिक्षण तभी सार्थक होगा जब जनपद पूर्णरूप से शौच मुक्त बन जायेगा। जिलाधिकारी ने कहा कि यह एक सामाजिक कार्य है साथ ही आपके लिए यह व्यक्तिगत उपलब्धि भी होगी जिस गांव को आप द्वारा खुले में शौचमुक्त बनाया जायेगा वहां के लोग तथा आने वाली पीढी आपके नाम की चर्चा करेगी कि अमुक व्यक्ति ने उनके गांव में घर-घर शौचालय बनवाकर गांव को खुले में शौचमुक्त कराया। इस अवसर पर जिला पंचायत राजअधिकारी वीरेन्द्र सिंह ने स्वच्छता के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला उन्होंने बताया कि 05 दिवसीय इस प्रशिक्षण में 70 चयनित ग्राम पंचायत सचिव, सहायक विकास अधिकारी पंचायत, ग्राम प्रधान,सफाई कर्मी, नेहरू युवाकेन्द के स्वंय सेवकों ने भाग लिया जिलाधिकारी ने इस अवसर पर प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले स्वच्छता सैनिको को प्रमाण-पत्र व प्रशिक्षण में सहयोग करने वालो तथा जिला पंचायत राज अधिकारी वीरेन्द्र सिंह को प्रशस्ति पत्र दिया । इस अवसर पर मानसी संस्था की अध्यक्ष साधना श्रीवास्तव ने कहा कि गन्दगी /अस्वच्छता एक ऐसी बुराई है इसे खत्म करने के लिए सभी को सामूहिक प्रयास करना होगा उन्होंने कहा कि उनकी संस्था जनपद के एक गांव को खुले में शौच मुक्त करने के लिए एडोप्ट करेगी। कार्यक्रम का संचालन स्वच्छ भारत मिशन के कन्सलटैन्ट मौ. फारूक ने किया।