नई दिल्ली (12नवंबर 2015)-भारत के आधुनिक संचार उपग्रह जी सैट-15 का यूरोपीय एरियन 5 वीए-227 से बुधवार (नवंबर 11, 2015)सवेरा सफल प्रक्षेपण किया गया । 3164 किलो वज़नी जी सैट-15 के साथ संचार ट्रांसपोंडर एवं L-1 एवं L-2 बैंड्स में काम करने वाला जीपीएस युक्त जियो संवर्धित अंतरिक्ष उपकरण भी है ।
11 घंटे और 30 मिनट तक निर्बाध चली उल्टी गिनती के बाद एरियन-5 प्रक्षेपक ने तय समयानुसार प्रातः ठीक 3:04 मिनट पर उड़ान भरी । 43 मिनट और 24 सेकण्ड्स की उड़ान के बाद जी सैट-15 एरियन-5 से दीर्घवृत्ताकार भू-समकालिक कक्षा में अलग हो गया, पृथ्वी के सबसे समीप 250 किमी एवं पृथ्वी के सबसे दूर 35,819 किमी की कक्षा में भूमध्य रेखा से 3.9 डिग्री के कोण पर । यह कक्षा तय की गयी कक्षा के बेहद समीप थी ।
प्रक्षेपण वाहन से अलग होने के फ़ौरन बाद कर्नाटक में हासन स्थित इसरो के प्रधान नियंत्रण केंद्र (MCF) ने जी सैट-15 का नियंत्रण एवं संचालन अपने हाथ में ले लिया । प्राथमिक जांच में उपग्रह की स्थिति ठीकठाक पायी गयी ।