नई दिल्ली (28 अक्टूबर 2015)- अरविंद केजरीवाल के आवास पर महिला कांग्रेस का धरने में बच्चियों की उपस्थिति पर स्पष्टीकरण । दिल्ली प्रदेश महिला कांग्रेस ने कहा कि दिल्ली में बच्चों पर बढ़ रहे यौन शोषण के खिलाफ मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के घर के बाहर दिए गए 20 अक्टूबर 2015 के धरने दिया गया था, बच्चों की उपस्थित अनजाने मे हुई थी क्योंकि कुछ महिलाऐं जो कि दिल्ली की विभिन्न बस्तियों से आई थी वे अपने साथ बच्चों को लेकर आई थी क्योंकि उनको अपने बच्चों को घरों पर अकेला छोड़ना सुरक्षित नही लग रहा था।
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को प्रदेश महिला अध्यक्ष बरखा सिंह व प्रदेश मुख्य प्रवक्ता शर्मिष्ठा मुखर्जी ने सयुक्त रुप से सम्बोधित करते हुए कहा कि भा.ज.पा. व आम आदमी पार्टी इस मुद्दे को लेकर व्यर्थ का विवाद खड़ा कर रही है जबकि कई महिलाऐं जो कि दिल्ली की विभिन्न बस्तियों से आई थी वे अपने साथ बच्चों को लेकर आई थी क्योंकि उनको अपने बच्चों को घरों पर अकेला छोड़ना सुरक्षित नही लग रहा था। बच्चों की धरने के स्थल पर उपस्थित अनजाने में हुई। शमिष्ठा मुखर्जी ने कहा कि दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय माकन ने पहले ही कह दिया था कि बच्चों की धरना स्थल पर उपस्थिति को टाला जा सकता था । मुखर्जी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने कभी भी आम आदमी पार्टी व बीजेपी की तरह राजनीति के लिए बच्चों का इस्तेमाल नहीं किया।