पूर्वी दिल्ली। कड़कड़डूमा के सीबीडी ग्राउंड में आयोजित बालाजी रामलीला में शनिवार को भगवान राम से मिलने भरत का चित्रकूट जाना, केवट द्वारा गंगा नदी को पार करवाना और लक्ष्मण, सुपनखा के बीच वार्तालाप के बाद सुपनखा की नाक काटने का मंचन किया गया। सुपनखा के विराट रूप लोगों को उस समय देखने को मिला जब लक्ष्मण ने सुपनखा की नाक को गुस्से में काट दिया, तब सुपनखा ने अपना राक्षसी का रूप धर कर अपना क्रोधित रूप दिखाया, नाक छेदन के बाद सुपनखा अपने भाई खर-दूषण के पास पहुंची और उनसे लक्ष्मण की शिकायत की। रामलीला के मंचन के साथ-साथ उपस्थित जनसमूह ने मेले का भी आनंद लिया। दिल्ली की प्रसिद्ध खाने-पीने की चीजों से साथ-साथ मेले में लगे तरह-तरह के झूलों ने महिलाओं और बच्चों को आकर्षित किया। श्री बालाजी रामलीला में मंचन के साथ-साथ मंच से बोले जा रहे सवाद के बीच इतना अच्छा तालमेल देखने को मिलता । इस मौके पर लीला मंत्री भगवत रुस्तगी ने बताया की मंचन और संवाद के लिए नामी कलाकारों को बुलाया गया है ताकि दर्शकों को रामलीला जीवत जान पड़े, हमारा उदेश्य दर्शकों को बेहतर मंचन के सहारे अपनी संस्कृति से रु-ब-रु करवाना है।