सहारनपुर (15 अक्तूबर 2015)- हरियाणा अर्बन डवलेपमेंट अथारिटी जैसी सम्मानित संस्था का चेयरमेन भी फर्जी हो सकता है। ये सोच कर अजीब लगता है। लेकिन उत्तर प्रदेश की सहारनपुर पुलिस के हाथों हुडा का फर्जी चेयरमेन गिरफ्तार किये जाने के बाद इतना तो तय हो ही गया है कि फर्जीवाड़ा कहीं भी किया जा सकता है। ये अलग बात है कि पुलिस की नज़र पड़ गई तो जेल की सैर पक्की।
कुछ ऐसा ही हुआ जब सहारनपुर की क्राइम ब्रांच स्थानीय पुलिस की मदद से सड़क पर आने जाने वाले वाहनों को चैक कर रही थी। तो यमुनानगर की तरफ से एक सफेद रंग की शेवरले सेल कार आती हुई दिखाई दी। जिस पर लाल बत्ती लगी थी और सामने चैयरमैन का बोर्ड लगा था। साथ ही बाईं तरफ गाड़ी पर तिरंगा झंडा लगा हुआ था। जब उस वाहन को रोक कर चैक किया गया तो वाहन चालक दीपक कुमार ने खुद को सैक्टर-17 जगाधरी यमुनानगर बताते हुए ने अपने को हरियाणा अरबन डेवलमेंट आर्थारिटी का चेयरमैन बताया। लेकिन जब पुलिस ने जानकारी की तो पता चला कि हूडा का चैयरमैन हरियाणा राज्य का मुख्यमंत्री ही होता हैं। इस पर पुलिस को संदेह हुआ और गाड़ी रोककर गाड़ी की तलाशी ली गई। जिसमें फर्जी 07 नियुक्ति पत्र 20 आर्थोरिटी लेटर 03 फर्जी मार्कशीट एक तलवार सहित कई संदिग्ध वस्तुएं बरामद हुईं। आई जोन कार्यालय द्वारा जारी रिलीज़ के मुताबिक गाडी पर लाल बत्ती और चैयरमैन का बोर्ड लगाने होने के सम्बन्ध में पूछने पर दीपक सकपका गया। पुलिस पूछताछ में दीपक टूट गया और उसने बताया कि इसकी आड़ में वह लोगों का बेवकूफ बनाकर नौकरी दिलाने के नाम पर व भू-खण्ड आवंटित करने के नाम पर मोटी रकम लेता हैं।
पुलिस के मुताबित पूछताछ में दीपक ने कई लोगों को नौकरी दिलाने और प्लाट अलाट करने के नाम पर पैसा लिया जाने की बात सामने आई हैं। इस सम्बन्ध में थाना सरसावा पर अ0स0-329/15 व 330/15 धारा 420ए 467ए 468ए 471ए 506आईपीसी मे मामला दर्ज कराया गया है। सम्बन्धित पीडि़तों को जिनसे गिरफ्तार दीपक द्वारा नौकरी के नाम पर ठगी की गई हैं उनको सूचित कर आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।
पूछताछ में दीपक ने बताया कि नियुक्ति पत्र भेजने के बाद पुलिस वेरिफिकेशन में कोई समस्या आती थी तो लाल बत्ती लगाकर थाने में हरियाणा के किसी मंत्री का रिश्तेदार बताकर वेरिफिकेशन भी करा दिया जाता था।
पुलिस ने दीपक के पास से कई फर्जी दस्तावेजों समेत काफी मात्रा में फर्जी सर्टिफिकेट भी बरामद किये हैं। हुडा के फर्जी चेयरमेन को गिरफ्तार करने वाली टीम में मुख्य रूप से स्वाट टीम प्रभारी संजय पाण्डे, थाना अध्यक्ष सरसावा बी0पी0सिहं, एच0सी0पी0 जरार हुसैन, कांस्टेबल प्रभार, कांस्टेबल संजीव, कांस्टेबल कमल कौशिक, कांस्टेबल कपिल, कांस्टेबल संजय सौलंकी, कांस्टेबल अरूण राणा, कांस्टेबल सुहैल खान आदि शामिल थे।