जहानाबाद/बिहार (12 अक्तूबर 2015)- बिहार चुनाव में वादों और दावों के साथ साथ एक दूसरों पर सियासी दलों के हमले जारी है। रैलियों और सभाओं के दौर के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज सोमवार को बिहार के जहानाबाद और भभुआ में विशाल रैलियों को सम्बोधित किया और राज्य की जनता से बिहार से भ्रष्टाचार, जंगलराज और कुशासन की सरकार को जड़ से उखाड़ कर राज्य में भाजपा को प्रचंड बहुमत देकर भारतीय जनता पार्टी की अगुआई में दो-तिहाई बहुमत की विकास की राजग सरकार बनाने की अपील की। उन्होंने निर्बाध रूप से मतदान का बेहतर इंतज़ाम करने के लिए निर्वाचन आयोग को बधाई भी दी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि आपका अविरल प्यार और आशीर्वाद, पग-पग पर मेरा बिहार का विकास करने के लिए हौसला बढ़ा रहा है और विकास में रोड़ा अटकाने वालों को बेचैन कर रहा है। उन्होंने कहा कि मुझ पर आपका हक़ बनता है और मैं आपका प्यार बिहार का विकास करके ब्याज समेत आपको लौटाउंगा। उन्होंने कहा कि बिहार की बड़े भाई और छोटे भाई की सरकार का जाना तय है। उन्होंने कहा कि इस बार बिहार की जनता विकास के लिए मतदान कर रही है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि मोदी को रोकने के लिए दिन-पर-दिन नए षड़यंत्र किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुझको जनता से मिल रहे अपार समर्थन से महास्वार्थबंधन के नेता इतने डर गये हैं कि वह मेरे सभाओं को भी रोकने की ओछी राजनीति पर उतर आये हैं। उन्होंने कहा कि इसी तरह मेरे ‘मन की बात’ कार्यक्रम को भी रोकने की कोशिश की गई थी, मेरी आज की सभा को भी रोकने का प्रयास किया गया, इतना ही नहीं, टीवी पर उसे नहीं दिखाने के भी हथकंडे अपनाये गए। प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं बस इतना कहना चाहता हूँ कि सरकारें समझ लें, आप मोदी को तो रोक सकते हैं लेकिन आप जनता के प्यार और आशीर्वाद को नहीं रोक सकते। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में आप किसी की आवाज नहीं दबा सकते।
प्रधानमंत्री ने निर्वाचन आयोग से विशेष आग्रह करते हुए कहा कि मुझे भभुआ और जहानाबाद के इलाके से साजिश की बू आ रही है, इस क्षेत्र में मतदान तक विशेष निगरानी रखी जाये। उन्होंने इस क्षेत्र की जनता से अपील करते हुए कहा कि आप घर- घर जाकर मतदान के अधिकार का उपयोग करने का अलख जगाईये और पूरे बिहार में सबसे ज्यादा मतदान का रिकार्ड तोडिये, मेरे खिलाफ षड़यंत्र करनेवालों को मेरा यही जवाब होगा।
अवधेश कुशवाहा के स्टिंग पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “पूरे हिंदुस्तान ने लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती भ्रष्टाचार के खिलाफ संकल्प करके मनाई, लेकिन उनके तथाकथित अनुयायी चार लाख रुपये का रिश्वत लेते पकडे गये। उन्होंने कहा कि लोकनायक के जन्म दिवस पर उनका ऐसा अपमान कभी नहीं हुआ।” प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि स्टिंग में वर्तमान बिहार सरकार के पांच मंत्रियों तक भी पैसा पहुंचाने की बात की गई है, वर्तमान बिहार सरकार को इसे सार्वजनिक करना चाहिए। श्री नीतीश कुमार के श्री लालू यादव के साथ किये गये स्वार्थबंधन पर कटाक्ष करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जैसे ही वे नए जोड़ीदार के पास गए, वैसे ही उनके कारनामें बदलने लगे। उन्होंने कहा कि अगर सरकार में रहते हुए ऐसी बोली लगाई जाएगी तो राज्य की आम जनता कैसे खुशहाल होगी?
प्रधानमंत्री ने जंगलराज पर निशाना साधते हुए कहा कि इस चुनाव में एक तरफ तो 60 सालों का तक बिहार में अपराध, भ्रष्टाचार और जंगलराज का शासन करनेवाली महास्वार्थबंधन है, जिन्हें अपने कारनामों का हिसाब देना चाहिए तो दूसरी तरफ विकास के पथ को अपना सिद्धांत मानकर चलनेवाली राजग का गठबंधन है जो बिहार के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि पूरा राजग एकजुट होकर बिहार के विकास के लिए हमें मौका दिए जाने की बात करता है जबकि स्वार्थबंधन के नेता केवल मोदी के विनाश की बात करते हैं, इसके सिवा उनके पास कोई काम ही नहीं है। उन्होंने कहा कि यह निर्णय बिहार की जनता को करना है कि उन्हें बिहार के विकास के लिए वोट करना है या नहीं? श्री मोदी ने कहा कि जंगलराज का एक ही उद्योग था – अपहरण, अवैध खनन और माफियागिरी। उन्होंने कहा कि महास्वार्थबंधन के घटक दलों की राज्य सरकारों ने बिहार के प्राकृतिक संशाधनों को लूटने का काम किया है और बिहार की जनता इस बार के चुनाव में ऐसे लोगों को माकूल जवाब देगी। उन्होंने कहा कि हमारा अजेंडा सिर्फ बिहार का विकास है। प्रधानमंत्री ने कहा कि बिहार हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी ताकत बने, यही मेरा सपना है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि मैं आज बिहार की धरती पर यहां के मुख्यमंत्री और लालू जी से प्रश्न पूछता हूं कि आप ऐसी कांग्रेस के साथ कैसे बैठ सकते हो, जिन्होंने दलितों, शोषितों और वंचितों की आवाज को हमेशा से दबाने का काम किया?
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि मैं बिहार के लोगों से प्रार्थना करने आया हूं कि बिहार और दिल्ली आपस में लड़ते रहें, क्या यह स्थिति ठीक है? इसके चलते हमारे 30 साल बर्बाद हुए। पहली बार मौका आया है कि हम दिल्ली से कंधे-से-कंधा मिलाकर बिहार में विकास की बयार लानेवाली सरकार का चुनाव करें। अब बिहार को ऐसी सरकार चाहिए, जो गरीब, पिछड़ों और दलितों के कल्याण की जिम्मेदारी ले और उसका हिसाब दे।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विकास के खोखले दावे पर कड़ा प्रहार करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “बिहार सरकार ने केंद्र सरकार द्वारा शिक्षा में दिए गए 1000 करोड़ का हिसाब नहीं दिया है। स्वास्थ्य मद के लिए दी गई राशि में से 500 करोड़ का भी हिसाब नहीं दिया है। पिछड़े वर्ग और गरीब छात्राओं के पैसों में से 300 करोड़ का हिसाब दिल्ली सरकार को नहीं दिया गया। दिल्ली से विकास के लिए राशि तो आये, लेकिन यहां की सरकार ही यदि हिसाब देने की स्थिति में नहीं हो तो बिहार में तरक्की कैसे संभव है?
प्रधानमंत्री ने कहा कि विभिन्न योजनाओं के लिए पिछले वर्ष केंद्र सरकार ने नौ हजार एक सौ करो़ड़ रुपये की राशि जो बिहार सरकार को दी थी, उसमें से पांच हजार करोड़ रुपये अभी तक बैंक में ही पड़े हैं। उन्होंने कहा कि बिहार की सरकार दिल्ली से बिहार के विकास के लिए दिये गये पैसों का या तो हिसाब नहीं देती या उसे बिहार के लोगों की भलाई में ही नहीं लगाती। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार पैसों के बावजूद न तो योजना बना सकती है और न काम कर सकती है, बस राजनीति करती है, क्या ऐसी सरकार बिहार का विकास कर सकती है?
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने केंद्र सरकार द्वारा बिहार को ध्यान में रखकर शुरू की गयी योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि हमने बिहार में सड़कों के निर्माण के लिए, उद्योग-धंधों की स्थापना के लिए, राज्य में शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए, रोजगार का सृजन करने के लिए एवं विकास में पिछड़ गए लोगों के कल्याण के लिए हमने बिहार को 1.65 लाख करोड़ रपये का विशेष पैकेज दिया है जो बिहार को विकास के पथ पर अग्रसर करेगा। उन्होंने कहा कि 13 हजार करोड़ रुपये की लागत से 22 हजार किलोमीटर लंबी सड़कें बिछाने का हमने निर्णय किया है। उन्होंने कहा कि हमारा नौजवान मिट्टी से सोना पैदा करने की ताकत रखता है और उन्हें बस तलाश है उचित अवसर की। श्री मोदी ने कहा कि हमने बिहार के युवाओं के कौशल विकास के लिए 1500 करोड़ रुपये की राशि दी है ताकि बिहार का युवा राष्ट्र-निर्माण में अपनी अग्रणी भूमिका निभा सके। श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि केंद्र की वर्तमान राजग सरकार देश के किसानों की भलाई के लिए कटिबद्ध है और हमने बिहार के किसानों के कल्याण के लिए 3000 करोड़ की राशि स्वीकृत की है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी के 68 साल बाद भी देश की 60% आबादी के पास अपना बैंक खाता तक नहीं था, हमारी सरकार ने एक वर्ष के ही अंदर गरीबों के लिए बैंकों के दरवाजे खोल दिए। श्री नरेन्द्र मोदी ने प्रधानमंत्री मुद्रा योजना का जिक्र करते हुए कहा कि अकेले बिहार में तीन लाख से अधिक लोग इससे लाभान्वित हो चुके हैं और यह योजना गरीबों, पिछड़ों और दलितों के जीवन-स्तर में सुधार लाने की दिशा में एक अभूतपूर्व कदम साबित हो रही है।
बिहार में फसलों के अपेक्षाकृत कम पैदावार पर बोलते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि 25 साल तक बड़े भाई-छोटे भाई ने मिलकर बिहार में सरकार चलाई लेकिन बिहार का विकास नहीं किया। उन्होंने कहा कि बिहार प्रति हेक्टेयर गेहूं और धान की पैदावार देश में प्रति हेक्टेयर उपज की अपेक्षा काफी कम है और इसके कारण बिहार के किसानों को काफी घाटा उठाना पड़ता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसानों का विकास करना नहीं चाहती। प्रधानमंत्री ने कहा कि वह बिहार में कृषि की स्थिति को बेहतर बनाने के लिए कृतसंकल्प हैं।
नरेन्द्र मोदी ने कहा कि बिहार अपनी ताकत – अपनी पानी और अपनी जवानी का सदुपयोग नहीं कर पा रहा है। उन्होंने कहा कि हमें बिहार का पानी भी बचाना है, बिहार की जवानी भी बचानी है, बिहार को आगे भी बढ़ाना है एवं बिहार को विकास की नई उंचाईयों तक भी पहुंचाना है।
बिहार में 2015 तक बिजली देने के श्री नीतीश कुमार के झूठे दावे पर तंज करते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री ने बिहार की जनता के साथ धोखा किया है, तिसपर वह यह कह रहें हैं कि मैंने ऐसा कोई वादा ही नहीं किया था। श्री मोदी ने कहा कि जो लोग बिहार की जनता से धोखा करते हों, उन्हें मूर्ख समझने की भूल करते हों, बिहार की जनता ऐसे लोगों को कभी माफ़ नहीं करेगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें बिहार में 24 घंटे बिजली पहुंचानी है। श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि देश के 18000 गाँवों तक अभी बिजली नहीं पहुँची है जिसमें से अकेले बिहार में ही ऐसे 4000 गाँव हैं जो अभी भी बिजली से महरूम है। प्रधानमंत्री ने कहा कि 25 वर्ष से राज्य की सत्ता पर काबिज बड़े भाई और छोटे भाई की सरकार ने राज्य में बिजली की स्थिति को सुधारने की दिशा में कोई प्रयास नहीं किया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पहले मतदान, फिर जलपान का नारा देते हुए सभी से मतदान के अधिकार का उपयोग करने की अपील की। उन्होंने कहा कि बिहार को ऐसी सरकार चाहिए जिसे बिहार की चिंता हो, जो बिहार की भलाई के लिए काम करे। प्रधानमंत्री ने जनता का आह्वान करते हुए कहा कि इस बार के बिहार विधान सभा चुनाव में आप मतदान के जरिये, 25 साल तक बिहार को बर्बाद कर देने वाले बड़े भाई-छोटे भाई के कारनामों की उन्हें सजा दीजिये, एक दलित के बेटे का अपमान करने की उन्हें सजा दीजिये और भाजपा की अगुआई में बिहार में विकास की बयार लाने वाली राजग सरकार का चुनाव करिये।