नोएडा (8 अक्तूबर 2015)- नोएडा जिले के थाना दवकौर की पुलिस और वहां के एसओ प्रवीण यादव पर एक दलित परिवार ने बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं। दलित का आरोप है कि उसकी जमीन हड़पने वालों को एसओ प्रवीण यादव का संरक्षण प्राप्त है और उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। दलित परिवार ने इसके विरोध में थाने के सामने कपड़े उतार पर पुलिस को बेनक़ाब करने की कोशिश की है।
दनकौर में जमीन के विवाद के मामले में एक दलित परिवार की तीन महिलाओं और दो पुरुषों ने बुधवार को दनकौर थाने के सामने कपड़े उतार कर प्रदर्शन किया है। जब उनको रोकने की कोशिश की तो मामला हाथापाई तक जा पुहंचा, जिसमें कई पुलिसवालों की वर्दी भी फट गई। उधर एसओ प्रवीण कुमार ने इन पर रिवॉल्वर छीनने की कोशिश का भी आरोप लगाया है। प्रदर्शन करने वाले सुनील गौतम और उनके घरवालों का आरोप था कि दलित होने की वजह से पुलिस उनकी शिकायत पर कार्रवाई नहीं कर रही है। डेढ़ घंटे तक चले हंगामे के बाद पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
शिकायतकर्ता सुनील के मुताबिक गांव में उसकी आठ बीघा जमीन है। गांव के ही महावीर ने उसकी करीब एक बीघा जमीन पर कब्जा कर रखा है। तीन दिन पहले उसने इस मामले में थाने में शिकायत की थी। सुनील का आरोप है कि अभी तक एफआईआर दर्ज नहीं की गई और आरोपी पर भी कार्रवाई नहीं हुई। इसी वजह से परिवार के लोग निर्वस्त्र होकर प्रदर्शन करने को मजबूर हुए। वहीं, दनकौर थाने के एसओ प्रवीण कुमार का कहना था कि एफआईआर दर्ज हो चुकी है और जांच में आरोप साबित होने पर ही महावीर को गिरफ्तार किया जाएगा।
पहेल पहल तो सुनील गौतम ने इस मामले में सड़क जाम करने का एलान किया था। लेकिन बाद में वह परिवार की तीन महिलाओं के साथ थाने पहुंच गया। वहां सभी ने कपड़े उतार दिए। इसके बाद मौके पर भीड़ जुट गई। पुलिसवालों ने रोकने की कोशिश की लेकिन थाने में कोई भी महिला पुलिसकर्मी मौजूद नहीं थी। इस वजह से पुरुष पुलिसवालों को उन्हें रोकने में भी दिक्कत हो रही थी। जबकि इस मामले में एसडीएम सदर सुभाष यादव का कहना है कि सुनील और उसके परिवार की किसी भी जमीन पर कोई कब्जा नहीं है। जिस जमीन पर वह कब्जा बता रहा है, वह ग्राम समाज की है और उसे यमुना प्राधिकरण ने अधिग्रहित कर लिया है। उन्होंने कहा कि पुलिस इस मामले में कार्रवाई कर रही है।