नई दिल्ली (12 सितंबर 2015)- वन रैंक वन पेंशन को भले ही सरकार ने मंजूरी दे दी है, मगर पूर्व सैनिक सरकार के फॉर्मूले से पूरी तरह से संतुष्ट नहीं हैं। ऐसे में अपनी मांगों को पूरी तरह से मनवाने के लिए पूर्व सैनिक ने शनिवार को सुबह 10 बजे जंतर-मंतर पर एक बड़ी रैली निकाली। इसमे देश के अलग-अलग इलाको के कई पूर्व सैनिक शरीक हुए। उन्होंने इस रैली को ‘सैनिक एकता रैली’ का नाम दिया गया।
पूर्व सैनिकों के कई समूह यूनाइटेड फ्रंट ऑफ एक्स-सर्विसमैन के बैनर तले जमा हुए। पिछले तीन महीने से पूर्व सैनिक वन रैंक-वन पेंशन की अपनी मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
सरकार ने गत शनिवार को ओआरओपी को अपनी मंजूरी देने की घोषण दी थी, लेकिन सरकार द्वारा की घोषणा के कई हिस्सों से ओआरओपी की मांग कर रहे पूर्व सैनिक खुश नहीं है।
हालांकि पूर्व सैनिकों के कुछ संगठनों ने खुद को इस रैली से अलग रखा है।
इंडियन एक्स सर्विसमैन मूवमेंट के अध्यक्ष ने अपनी मांगों में सात मुद्दे उठाए हैं, उनका कहना है सरकार अगर उनकी मांगे मान लेती है या लिखित ठोस आश्वासन दे देती है, तो ये आंदोलन खत्म हो जाएगा।
गौरतलब है कि 5 सितम्बर को रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने आनन-फानन में बुलाए गए संवाददाता सम्मेलन में वन रैंक वन पेंशन लागू करने की घोषणा की थी।