नई दिल्ली(11 सितंबर 2015)- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चंडीगढ़ दौरे को लेकर आम आदमी पार्टी ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। आम आदमी पार्टी मीडिया सेल द्वारा जारी एक प्रेस रिलीज़ में कहा गया है कि वैसे तो मोदी सरकार युवाओं की शिक्षा के लिए प्रयास करने का दम भरती है, लेकिन जब खुद नरेंद्र मोदी जी रैली करते हैं तो स्कूलों और कॉलेजों को बंद कर दिया जाता है।
आम आदमी पार्टी का कहना है कि चंडीगढ़ में जो कुछ देखने को मिला उसके बाद दोहरे चरित्र और वीआईपी कल्चर का इससे बड़ा दूसरा उदाहरण मिलना मुश्किल है। प्रधानमंत्री की चंडीगढ़ यात्रा के आयोजन के लिए स्कूलों कॉलेजों को बंद किये जाने की आम आदमी पार्टी ने निंदा की है। आप का कहना है कि मोदी सरकार की इससे ज्यादा संवेदनहीनता तब सामने आयी जब एक कब्रिस्तान को वीआईपी पार्किंग में बदल दिया गया और आम लोगों के लिए बंद कर दिया गया।
आप का कहना है कि इस तरह का ये पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी साल 2014 में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान पंचकुला निवासियों को इसी तरह सरकारी बंधक बनाया गया था जब मोदी जी को शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने जाना था। आप यानि आम आदमी पार्टी का कहना है कि खुद को जनता का सेवक कहने वाले एक राजनीतिज्ञ का राजा महराजाओं जैसा यह व्यवहार एक खतरनाक प्रवत्ति का सूचक है।
आप द्वारा बयान में कहा गया है कि शिक्षक दिवस के दिन मोदी जी ने छात्रों के भविष्य पर गहरी चिंता व्यक्त की थी, लेकिन वास्तविकता में मोदी जी किसी रैली या समारोह में शिरकत करने से पहले रैली को सफल बनाने के लिए शहर को बंधक बना लेते है। शिक्षक दिवस के दिन एक बच्चे ने मोदी जी से पूछा था की आप को कौन सा खेल पसंद है जिसके जवाब में मोदी जी ने कहा था कि “आप तो जानते ही है राजनेता क्या-क्या खेल खेलते है। इस घटना का जिक्र करते हुए आम आदमी पार्टी का कहना है कि उनकी चंडीगढ़ रैली आयोजन के लिए जिस तरह स्कूल कॉलेज बंद किये गए उससे तो यही स्पष्ट होता है की भारतीय जनता पार्टी के नेता बच्चों के भविष्य से खेलना पसंद है।
आम आदमी पार्टी का कहना है कि मोदी जी ने इस पूरे घटना चक्र पर मात्र एक ट्वीट के द्वारा माफ़ी मांगी है और जांच का भरोसा दिलाया है। मगर प्रधानमत्री को इस पूरे प्रकरण की जानकारी ना हो ऐसा संभव नहीं है। आम आदमी पार्टी ने मोदी सरकार से इस प्रकरण में दोषी व्यक्तियों पर कार्रवाई की मांग की है।