बड़ौत(30अगस्त2015)- यूं तो उत्तर प्रदेश चुनावों में अभी काफी वक़्त है। लेकिन सभी सियासी दल अभी से अपनी रणनीति बनाने में जुट गये। लेकिन अगर नये सियासी समीकरणों की बात करें तो इस बार हैदराबाद के असदउद्दीन ओवेसी की पार्टी आल इंडिया मजलिसे इत्तेहादुल मुस्लिेमीन यानि एआईएणआईएम ने कई सिसायी नेताओं को सोचने पर मजबूर कर दिया है। खासौतौर से मुस्लिम वोटों की राजनीति करने वाले कुछ दलों के नेताओं की नींद तक में खलल पड़ चुका है।
अपनी पैठ जनता तक बनाने के लिए रविवार को एआईएमआईएम ने बाग़पत के क़स्बा बड़ौत में एक कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया। बाग़पत के ज़िलाध्यक्ष डॉ. राशिद राव की अध्यक्षता में हुए इस सम्मेलन के मुख्य अतिथि आजाद सैफी रहे। सम्मेलन को संबोधित करते हुए सैफी ने कहा कि आने वाले 2017 विधानसभआ चुनावों में सपा सरकार की विदाई तय है। क्योंकि समाजवादी पार्टी ने सरकार में आने पहले मुसलामनों से किये अपने वादों को पूरा नहीं किया है। साथ ही इस बार मुस्लिम समाज सपा के झांसे में आने के बजाए अपनी ख़ुद की सियासी ज़मीन तैयार करने का मन बना चुका है। सैफी ने कार्यकर्ताओं से आने वाले विधानसभा चुनावों के लिए अभी से तैयार रहने का आह्वाहन करते हुए कहा कि 2104 में मायावती, सोनिया गांधी और मुलायम सिंह यादव की सियासी ज़मीन बीजेपी को ट्रांसफर हो चुकी है, जिसका नतीजा है कि दिल्ली की गद्दी पर भाजपा आ गई है। उन्होने कहा कि अब मुस्लिम समाज सैक्युलिरिज़म के क़ुली के तौर पर काम नहीं करेगा। उन्होने मुस्लिम आरक्षण को लेकर सपा सरकार पर जमकर हल्ला बोला।
बड़ौत में हुए इस स्ममेलन में जनता के उत्साह को देखते हुए स्थानीय स्तर पर राजनीति में चर्चा शुरु हो गई है। कार्यकर्ता सम्मेलन की कामयाबी पर आजाद सैफी ने स्थानीय टीम को बधाई दी। इस मौके पर मुरादनगर के विधान सभा अध्यक्ष यासीन मलिक, अब्दुल रहीम इलाहबाद, डॉ नासिर गहलोत, हाजी रियाज, क़ारी फारूक़, डॉ शाहनवाज़, रिज़वान मलिक, नूर मलिक, मौहम्मद शाहिद, फिदा मौहम्मद, मोहम्मद आसिम, वीरपाल जायव और कार्यक्रम के आयोजक शौकीन समेत बड़ी तादाद में लोग मौजूद थे।