इंदौर(25अगस्त2015)- शिक्षित होने के वालजूद भी हम अनपढ़ ही रह गये हैं। ये कहना है योगेंद्रनाथ शुक्ल का। इंदौर के एक कालेज में आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए कवि और साहित्यकार योगेन्द्रनाथ शुक्ल ने अपने विचार व्यक्त किये। उन्होने कहा कि आज हम जागरुक नहीं हैं इसीलिए शिक्षित होकर भी अनपढ़ ही रहे हैं। ये हम लोगो का दुर्भागय ही कि आज अपनी आंखों से अपनी संस्कृति को खत्म होते हुए देख रहें हैं ।
उन्होने कहा कि हमें अपनी संस्कृति की रक्षा करनी और अपनी भाषा को पहचानना है । इस अवसर पर बोलते हुए उन्होने कहा कि भारत ही वह देश है जिसने शून्य का अविष्कार किया मगर आज अभावों से घिरा हुआ है। उन्होने कहा हमने चित्रो को पूजा है चरित्रो को नहीं यहां दुराचार भ्रष्टाचार जैसी समस्याओं से निपटने के लिए अपनी आस्थाओं को बदलना होगा । हम करें राष्ट्र आराधन विषय पर इन्दौर के क्लॉथ मार्केट कन्या वाणिज्य महाविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में प्राचार्य डा मंगल मिश्र ने छात्राओं को देश हित के लिए कार्य करने की प्रेरणा दी। इस मौके पर डा संगीता माहेश्वरी के अलावा बड़ी तादाद में छात्राएं मौजूद थीं।