गाजियाबाद(25अगस्त2015)- इन दिनों शहर का राजनीतिक माहौल गर्म है। मेयर तेलूराम काम्बोज के निधन के बाद मेयर के चुनाव की सरगर्मियां तेज़ हो गईं है। सभी सियासी दलो से नेताओं ने तैयारियां शुरू कर दी है । इसी कड़ी में कांग्रेस में एक नया चेहरा उभर कर सामने आ रहा है। ये चेहार है अरुण चौधरी भुल्लन का। अरुण चौधरी युवक कांग्रेस के महासचिव के पद पर तैनात हैं तथा पिछले 15 सालों से राजनीति में सक्रिय हैं। अरुण चौधरी ने मेयर पद के लिए टिकट की मज़बूत की दावेदारी पेश कर दी है। उनका कहना है कि पार्टी उनको देती है तो उऩकी जीत पक्की है।
उनका कहना है कि ओबीसी वोट बैंक पर अरुण की मजबूत पकड़ है । राजनैतिक व सामाजिक कार्यक्रमों में अरुण चौधरी की हमेशा से ही बढ़ चढ़कर भागीदारी रही है। व्यापरियों की समस्याओं के लिए भी उन्होंने आंदोलन किये हैं, इसलिए व्यापारी वर्ग की भी पसन्द भुल्लन ही होंगे।
इसके अलावा चाहे वो वेव सिटी में किसानों मुआवजे की लड़ाई हो या फिर भट्टा पारसोल में भूमि अधिग्रहण की लड़ाई उन्होंने किसानों की लड़ाई भी लड़ी। भुल्लन खुद जाट समाज से ताल्लुकात रखते हैं और निरन्तर जाट समाज के उत्थान के लिए कार्यक्रम आयोजित करते रहे हैं। उनका दावा है कि हर जाति और धर्म के लोग उनके साथ है जोकि उनकी जीत को सुनिश्चित करेंगे।ऐसे में भुल्लन की दावेदारी कांग्रेस में चर्चा का विषय बन चुकी है।