नई दिल्ली(21अगस्त2015)- छात्रों की शिक्षा और उनके विकास को लेकर मोदी सरकार गंभीरता का परिचय दे रही है। एजुकेशन लोन के इच्छुीक छात्रों के लाभ के लिए सरकार ने एक वेब पोर्टल विधा-लक्ष्मी की शुरुआत की है। स्व तंत्रता दिवस के अवसर पर घोषित एक वेब आधारित विद्या लक्ष्मीु पोर्टल (www.vidyalakshmi.co.in) का शुभारंभ किया गया। इस पोर्टल को वित्ति मंत्रालय के वित्तीलय सेवा विभाग, मानव संसाधन विकास मंत्रालय के उच्चवतर शिक्षा विभाग और भारतीय बैंक एसोसिएशन के अंतर्गत एनएसडीएल ई-गवर्नेंस इन्फ्रा स्ट्रसक्चिर लिमिटेड (एनएसडीएल ई-जीओवी) द्वारा तैयार और रखरखाव किया गया है।
इससे पूर्व केंद्रीय वित्त् मंत्री श्री अरूण जेटली ने 2015-16 के केंद्री बजट में प्रधानमंत्री विद्या लक्ष्मीा कार्यक्रम (पीएमवीएलके) के माध्य म से शैक्षिक ऋण योजनाओं के साथ-साथ छात्रवृत्ति की निगरानी के लिए एक पूर्णत: सूचना प्रौद्योगिकी आधारित छात्र वित्तीछय सहायता प्राधिकरण के गठन का प्रस्ता व दिया था ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि धन के अभाव में कोई भी छात्र उच्चठतर शिक्षा से वंचित न रह जाए। उपरोक्तध पोर्टल का शुभारंभ इस उद्देश्य् को प्राप्तक करने की दिशा में पहला कदम है। विद्या लक्ष्मीट पोर्टल अपने प्रकार का पहला ऐसा पोर्टल है जिसके माध्यलम से सरकारी छात्रव़त्तियों के साथ बैंको द्वारा शिक्षा ऋण प्रदान करने के लिए आवेदन करने और सूचना प्राप्त़ करने के लिए छात्रों को एकल खिड़की सुविधा प्रदान की गई है। जिसमें बैंको की शिक्षा ऋण योजनाओं के बारे में जानकारी, छात्रों के लिए समान शिक्षा ऋण आवेदन, शिक्षा ऋण के लिए कई बैंकों में आवेदन करने की सुविधा , छात्रों के ऋण आवेदनों को डाउनलोड करने की बैंकों को सुविधा , बैंकों को ऋण प्रक्रिया स्थिति को अपलोड करने की सुविधा , शिक्षा ऋण के बारे में बैंकों को शिकायतें/पूछताछ के लिए छात्रों को सुविधा , शिक्षा ऋण आवेदनों की स्थिति को देखने के लिए छात्रों को डैश बोर्ड सुविधा, सरकारी छात्रवृत्तियों के लिए सूचना और आवेदन के लिए राष्ट्री य छात्रवृत्ति पोर्टल से जुड़ाव की जानकारी मिल सके। एक सरकारी विज्ञप्ति के मुताबिक अब तक विद्या लक्ष्मी पोर्टल पर 22 शिक्षा ऋण योजनाओं के लिए 13 बैंक पंजीकृत किये जा चुके हैं। छात्रों को ऋण प्रक्रिया की स्थिति की जानकारी देने के लिए पोर्टल के साथ अपनी प्रणाली में भारतीय स्टेणट बैंक, आईडीबीआई बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, केनरा बैंक और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया को जोड़ा गया है। इस पहल का उद्देश्यइ शिक्षा ऋण प्रदान करने के लिए सभी बैंकों को बोर्ड पर लाना है। यह उम्मी्द की गई है कि सभी बैंकों की विभिन्नए शिक्षा ऋण योजनाओं तक पहुंच बनाने के लिए एक एकल खिड़की की उपलब्ध ता के द्वारा सरकार की इस पहल से देश भर के छात्र लाभान्वित होंगे।
good effort by modi givt.