मुम्बई/भिवंडी(13अगस्त2015)- लगातार चर्चाओं में आ रहीं राधे मां एक बार फिर चर्चाओं में हैं। इस बार उनकी लग्जरी जगुआर कार का रजिस्ट्रेशन जिस पते पर किया गया है, उसके बारे में कहा जा रहा है कि वह फर्जी है। यानि राधे मां और गुप्ता फैमली की मुश्किलें कम होने का नाम नही ले रहीं हैं। जिस ब्लैक जगुआर कार से खुद को देवी घोषित करने वाली राधे मां सवारी करती हैं, उसके रजिस्ट्रेशन का पता भिवंडी तालुका के कोण गांव का है। लेकिन आरोप है कि उस पते पर कभी भी गुप्ता परिवार रहा ही नही है। मुंबई से दानिश आज़मी के मुताबिक़ 15 मार्च 2012 को 2011 मॉडल की XJ3.0LMP जगुआर कार को ठाणे मुम्बई RTO में रजिस्टर्ड कराया गया था। और उक्त कार को RTO ने MH04 FM 9 वी.आई.पी नम्बर दिया। मगर कोण गांव की जिस बिल्डिंग का पता दिया गया वह पूरी तरह फ़र्ज़ी है, जहां बिल्डिंग तो है मगर गुप्ता परिवार नही।
यह कार संजीव मनमोहन गुप्ता के नाम पर किमाया अपार्टमेंट सेकण्ड फ्लोर नाइक वाड़ी कोण गांव तालुका भिवंडी RTO के रिकार्ड में दर्ज है। अब यह मालूम हुआ की इस अपार्टमेंट में कोई उत्तर भारती रहता ही नही है। बिल्डिंग में रहने वाले आर.टी.ओ में एजेंट का काम करने वाले सुभाष नारायण गावडे के अनुसार इस अपर्टमेंट में 18 परिवार रहते हैं। सब के सब महाराष्ट्रीयन मूल के कोई भी फ्लैट कभी भाड़े पर नही गया अब सवाल उठता है की एम.एम. मिठाई वाला फैमली आखिर किस वजह से फ़र्ज़ी पते पर गाडी रजिस्ट्रेशन कराया।
अब इस नए कार रजिस्ट्रेशन के पते में धोखाधडी करने के मामले में राधे मां और खुद गुप्ता फैमली फंसती नज़र आ रही है। इतना ही नही है इस कार का का लोन अंधेरी ब्रांच से एक प्राइवेट एच.डी.एफ़.सी बैंक से 28/02/2012 को 91 लाख सात हज़ार 2 सौ छियासी रुपये लिया गया है।
तमाम दस्तावेज़ देखकर खुद ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि आखिर सच्चाई क्या है।