नई दिल्ली(6अगस्त)- केन्द्री य पूर्वोत्तेर क्षेत्र विकास राज्यत मंत्री एवं प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) में राज्ये मंत्री डॉक्टवर जितेन्द्र सिंह एवं गृह राज्यम मंत्री किरन रिजिजु ने बुधवार को मणिपुर के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया।
इस दौरान केन्द्री य टीम ने स्था़नीय मंत्रियों, विधायकों एवं राज्यृ अधिकारियों के साथ चंदेल जिले के सर्वाधिक प्रभावित जौमोल गांव का हवाई सर्वेक्षण किया, जहां 1 अगस्तं, 2015 को एक बड़ा भूस्खालन हुआ था। उन्होंतने थॉबल जिले एवं नजदीक के क्षेत्रों के बाढ़ प्रभावित स्थाएनों का भी हवाई सर्वेक्षण किया।
इम्फा्ल हवाई अड्डे पर लौटने के बाद डॉक्टहर जितेन्द्र सिंह एवं किरन रिजिजु ने राष्ट्री य आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीम के साथ विचार-विमर्श किया, जिसने खोज एवं बचाव ऑपरेशन का संचालन किया था। एनडीआरएफ टीम के कमांडर ने मंत्रियों को टीम द्वारा की गई खोज एवं बचाव संचालन के बारे में जानकारी दी। एनडीआरएफ के अनुसार जौमोल गांव में भूस्खवलन से 19 ग्रामीण प्रभावित हुये, जिसमें से 10 व्यचक्तियों की जान बच गई, तथा नौ बह गये। 9 लापता लोगों में से एनडीआरएफ की टीम ने चार के शव बरामद कर लिये तथा 5 का पता नहीं लग सका, क्योंटकि पीडि़त व्यकक्ति 50 से 60 फीट तक कीचड़ और मलबे में दफन हो गये थे। पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण किसी अर्थमूवर मशीन का उपयोग करना संभव नहीं हो पाया।
केन्द्री य टीम ने बाद में राज्य सरकार के शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक की और स्था नीय मीडिया के साथ बातचीत की। मुख्यक सचिव ने प्रारम्भिक क्षति की रिपोर्ट पेश की। बैठक के दौरान दोनों मंत्रियों ने प्रधानमंत्री की तरफ से दुर्घटना में मारे गये लोगों के शोक संतप्ता परिवारों के प्रति संवेदनाएं प्रकट कीं। उन्होंाने उन लोगों के प्रति भी प्रधानमंत्री की सहानुभूति प्रेषित की, जिन्हें् बाढ़ के कारण आर्थिक नुकसान सहन करना पड़ा। ऐसी जानकारी मिली कि थॉवल जिले की 75 प्रतिशत आबादी इससे प्रभावित हुई है। धान के खेतों के अलावा मछली फार्मो को भी भारी नुकसान पहुंचा।
यात्रा के दौरान दोनों मंत्रियों ने मणिपुर के मुख्य मंत्री के साथ टेलीफोन पर बातचीत की और राज्यौ में बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया तथा उन्हेंे केन्द्रो सरकार की तरफ से पूरी सहायता प्रदान करने का भरोसा दिलाया।