गाजियाबाद(31जुलाई2015)- पश्चिमी उत्तर प्रदेश के दो सियासी पिरवारों की पारिवारिक कलह में शह और मात के खेल में राष्ट्रीय लोकदल के नेता ने सपा विधायक की जल्दबाज़ी और सत्ता के नशे को कुंद कर दिया है। चर्चा है कि सपा विधायक द्वारा कथिततौर पर सत्ता के नशे में मदमस्त होकर न सिर्फ अपनी बेटी तक के पारिवारिक जीवन तक को दांव पर लगा दिया बल्कि अपने समधि तक के बुज़ुर्ग पिता तक को थाने में घसीटने की नाकाम कोशिश कर डाली। इस पूरे प्रकरण को लेकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश की राजनीति मे चर्चा यही है कि सपा के विधायक सत्ता के नशे में अपनो तक को रौंदने की मानसिकता बना बैठे हैं। लेकिन अदालत के हस्तक्षेप और राष्ट्रीय लोकदल के नेता के पलटवार ने विधायक के नशे को झटका दे डाला है।
सिवाल खास के विधायक हाजी गुलाम मोहम्मद, उनके पुत्र व रिश्तेदारों के खिलाफ राष्टीय लोकदल के नेता हाजी कुवंर अयूब अली की तहरीर पर इंदिरापुरम पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली है। वहीं इलाहाबाद हाईकोर्ट ने गुलाम मोहम्मद के पुत्र द्वारा दर्ज कराई गई रिपोर्ट में नामजद किए गए सभी आरोपियों की गिरफतारी पर और पूरी प्रोसिडिंग पर ही स्टे कर दिया है।इतना ही नहीं सत्ता के कथित नशे में मस्त विधायक द्वारा पुलिसिया रौब गालिब करने की कोशिश को भी झटका लगा है। हाईकोर्ट ने दोनों पक्षों को सुलह समझौते मीडिएशन के लिए इलाहाबाद में ही करने को कहा है। गौरतबह है कि पिछले दिनों गुलाम अली की पुत्री व अय्यूब अली की पुत्र वधु फातिमा तथा पुत्र अजहर के हुए विवाद हो गया था। जिसके बाद फातिमा की तबियत बिगड गई थी। उसे अस्पताल में भर्ती कराया था। साथ ही इसकी सूचना गुलाम मोहम्मद को भी दी थी। मामला मारपीट तक पहुंच गया था। जिसके चलते गुलाम मोहम्मद अपनी पुत्री फातिमा को अपने साथ ले गए थे। इसके बाद गुलाम मोहम्मद ने अजहर, अय्यूब समेत पांच लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। अगले दिन कुंवर अयूब अली ने इस संबंध में इंदिरापुरम थाने में गुलाम मोहम्मद उनके पुत्र व कुछ रिश्तेदारो के खिलाफ तहरीर दी थी। तहरीर पर पुलिस ने रिपोर्ट नहीं की तब अय्यूब अली की ओर से कोर्ट में सीआरपीसी की धारा 156 के तहत अदालत में रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए गुहार लगाई थी। अदालत ने पुलिस से इसको लेकर रिपोर्ट तलब की तो पुलिस ने अयूब अली की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर ली। इसके बाद अय्यूब अली राहत महससू कर रहे हैं। कुल मिलाकर इस मामले मे अस्पताल में लगी सीसीटीवी की रिकार्डिंग में कैद सपा विधायक के परिवार की तकरार को बेहद अहम माना जा रहा है।