लखनऊ(25जुलाई2015)- देश के सबसे बड़े प्रदेश के सबसे युवा मुख्यमंत्री बनने का गौरव हासिल करने वाले अखिलेश यादव प्रदेश के युवाओं का हौसला बढ़ाने मे भी पीछे नही हैं। इतना ही नहीं सीएम गरीब बच्चों की शिक्षा को लेकर भी बेहद गंभीर नज़र आ रह हैं। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आई.आई.टी. प्रवेश परीक्षा पास करने वाले जालौन जनपद के कैथेरी क्षेत्र के गरीब छात्र अंशु अहिरवार को 01 लाख रुपए और लैपटॉप देने तथा उसकी आगे की पढ़ाई का ख़र्च उठाने की घोषणा की है।
मुख्यमंत्री, जो इस समय अपनी निजी विदेश यात्रा पर हैं, ने मीडिया में अंशु अहिरवार की समस्या से सम्बन्धित ख़बरों का संज्ञान लेते हुए उसकी मदद के लिए यह घोषणा की।
उल्लेखनीय है कि अंशु अहिरवार के पिता मजदूरी करके जीवन-यापन करते हैं और उनकी आर्थिक स्थिति कमजोर है, जिसके चलते उन्हें अपने पुत्र को आई.आई.टी. में पढ़ाने में दिक्कत आ रही थी। परन्तु अब मुख्यमंत्री द्वारा की गयी इस घोषणा से अंशु आईआईटी में अपनी पढ़ाई पूरी कर सकेगा।
मुख्यमंत्री का कहना है कि समाजवादी सरकार प्रतिभा, मेहनत और लगन का सदैव सम्मान करती रही है। विपरीत परिस्थितियों के बावजूद शानदार सफलता हासिल करने वाले इन विद्यार्थियों ने साबित कर दिया है कि प्रतिभा संसाधनों की मुहताज नहीं होती है। राज्य सरकार भविष्य में भी ग़रीब प्रतिभाशाली छात्रों को हर सम्भव मदद मुहैया कराती रहेगी। ज्ञातव्य है कि राज्य सरकार द्वारा पहले भी निर्धन मेधावी छात्रों को समय-समय पर इस प्रकार की सहायता दी जाती रही है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पिछले माह भी आई.आई.टी. प्रवेश परीक्षा में सफल रहे अनेक ग़रीब मेधावी छात्रों को पढ़ाई के लिए आर्थिक सहायता उपलब्ध करायी थी। अपने आवास पर आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने जनपद प्रतापगढ़ के दो भाइयों राजू सरोज तथा बृजेश सरोज व मैनपुरी के अभिषेक कुमार कमलवंशी को एक -एक लाख रुपए के चेक,एक एक लैपटॉप भेंट किए थे, और उनकी आगे की पढ़ाई का खर्च उठाने की भी घोषणा की थी। इसी प्रकार मथुरा के सुधीर तथा कु. विनीता एवं आगरा के हर्षित शर्मा को भी 01-01 लाख रुपए के चेक, 01-01 लैपटाॅप दिए गए थे।