गाजियाबाद – जीडीए के वर्तमान वीसी अतुल वत्स ने जबसे चार्ज संभाला है तभी से गाजियाबाद को एक प्लांड सिटी के तौर पर सजाने के दावों के अलावा अवैध निर्माण को बर्दाश्त न किये जाने की बात जोरों पर है। लेकिन शायद जीडीए वीसी के लिए अपने गोल को हासिल करने में बाहर के अलावा अंदर भी चुनौतियां कम नहीं हैं। चर्चा यह भी है कि जबतक जीडीए के सभी कर्मचारी वीसी अतुल वत्स की सोच से कदमताल नहीं मिलाएंगे तब कामयाबी आसान नहीं है। तेजतर्रार युवा आईएएस अतुल वत्स के लिए पूर्व में अधिकारियों द्वारा किए गये कार्यों के अलावा संपत्ति का पूर्ण ब्योरा और एई,जेई समेत कुछ प्रभावशाली अधिकारियों के संरक्षण में पनप चुके और वर्तमान में भी चल रहे अवैध निर्माण सबसे बड़ी चुनौती है। इसके लिए जीडीए के सीसीटीवी कैमरों की कनैक्टिविटी वीसी अतुल वत्स के कमरे में लगे स्क्रीन से नाकाफी साबित होती नजर आ रही है। अगर अंदर के माहौल की चर्चा की बात करें तो जीडीए के पुराने चावल दबी जुबान में यह भी कहना चाहते हैं कि यहां तो काफी आए भी और गये भी लेकिन नतीजा सबके सामने है। बहरहाल समय समय पर जो अवैध निर्माण के खिलाफ पीला पंजा यानी बुल्डोजर एक्शन की बात होती भी है तो हकीकत बेहद चौंकाने वाली है। अकेले जोन 4 में ही वर्तमान में कई अवैध निर्माण नींव से प्लिंथ से होते हुए बहुमंजिला रूप लेते गये और उधर कुछ विशेष अधिकारियों की जेब भी कथित तौर पर भारी होती गई। लेकिन जब मामला उछलता दिखता है तो बुल्डोजर में डीजल भरवा कर एक्शन का शोर मचा दिया जाता है। कुछ इसी तरह से जीडीए द्वारा जारी प्रेस रिलीज के मुताबिक जीडीए का पीला पंजा जोन में गरजा है। प्रेस रिलीज में कहा गया है कि उपाध्यक्ष महोदय के निर्देशानुसार उ0प्र0 नगर नियोजन एवं विकास अधिनियम-1973 के अन्तर्गत अवैध निर्माण पर सतत् निगरानी हेतु प्रभारी प्रवर्तन जोन-4 द्वारा आज दिनांक 14.10.2024 को जोन का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान भूखण्ड संख्या 303, 304 व 305 (खसरा संख्या-67), न्यू पंचवटी कॉलोनी में श्री दीपक पोरवाल तथा खसरा संख्या 687, ग्राम-हरसांव, शास्त्रीनगर, गाजियाबाद पर श्री रवि शर्मा व श्री नितिन शर्मा द्वारा किये जा रहे अवैध निर्माण को विधिवत् ध्वस्त किया गया। साथ ही हिण्डन नदी डूब क्षेत्र में लगभग 20 प्लाट की बाउण्ड्री, बिल्डर का अवैध ऑफिस एवं छोटे-मोटे अनाध्यासित भवन ध्वस्त किये गये। इसके साथ ही भवन संख्या जी-28, सैक्टर-11, प्रताप विहार में श्रीमती आशा पत्नी श्री उदयवीर सिंह एवं भवन संख्या डी-25, महेन्द्रा एनक्लेव, शास्त्रीनगर पर श्री रामवीर सिंह द्वारा किये गये अनाधिकृत निर्माण को सील किया गया। सीलिंग की कार्यवाही के दौरान प्रभारी प्रवर्तन जोन-4 के साथ सहायक अभियन्ता, अवर अभियन्ता, प्रवर्तन स्टाप व पुलिस बल उपस्थित थे। ध्वस्तीकरण की कार्यवाही करते हुए निर्देश दिये गये कि बिना मानचित्र स्वीकृति के कोई कार्य न कराया जाये तथा जोन से सम्बन्धित अवर अभियन्ता तथा सुपरवाईजर स्टाफ को निर्देशित किया गया कि सतत् निगरानी रखते हुए यह सुनिश्चित किया जाये कि उक्त अवैध निर्माण पुनः प्रारम्भ न होने पाये। प्राधिकरण द्वारा लगातार अवैध निर्माण/विकास कार्य के विरूद्ध विधिसम्मत् कार्यवाहियां जारी रहेंगी। तत्क्रम में निर्माणकर्ताओं/विकासकर्ताओं को निर्देशित किया जाता है कि गाजियाबाद़ विकास प्राधिकरण क्षेत्रार्न्तगत भूमि पर विधिवत मानचित्र स्वीकृत के अनुसार ही निर्माण किया जाये। इसके साथ ही आम जनमानस को भी सूचित किया जाता है कि किसी भी वादग्रस्त/विवादित निर्माण में भवनों का क्रय-विक्रय न करें।
लेकिन इतना तो तय है कि जीडीए वीसी अतुल वत्स के दावों के मुताबिक गाजियाबाद को एक सुंदर व नियोजित शहर बनाने के लिए जीडीए के कर्मचारियों को भी अपने बौस्स की सोच से कदमताल करनी होगी। साथ ही इतने तक खामोश रहने और अवैध निर्माण को होने देते रहने वाले अफसरों पर नियमानुसार क्या एक्शन होगा।