OPPOSITION NEWS
कानपुर (28 जुलाई 2022)- हम आपको दो वीडियोज दो तस्वीरें दिखा रहे हैं…एक है कई साल पुरानी वो वीडियो जिसमें हमारे आदरणीय प्रधानमंत्री महोदय दुनिया के सामने एक ऐसा इतिहास रच रहे हैं जो अब से पहले तक नहीं लिखा जा सका था….जी हां गुजरात के केवड़िया से अहमदाबाद का कई घंटो का सफर मिनटों में तय करने वाली सी प्लेन सेवा के उद्घाटन का यह वीडियो…जिसमें प्रधानमंत्री महोदय सी प्लेन में बैठेते हैं और कुछ ही देर बाद सी प्लेन तैरता हुआ पीएम महोदय समेत दर्जनों लोगों को लेकर आसमान की बुलंदियों में जा पहुंचता है…लेकिन उधर देखिये कानपुर जूही अंडरपास में बनवाया गया पम्प हाउस की एक वीडियो इसमें भी एक का कार पानी में दिख रही है..इसमें भी कई लोग बैठे तो जरूर है और फिलहाल लोगों लग रहा होगा कि यह कार या खड़ी है या तैर रही है…लेकिन सच्चाई यह है कि ये न तैर रही है और न ही उड़ने की तैयारी कर रही है…बल्कि ये कार बारिश के बाद कानपुर प्रशासन की नाकामी के सबूत के तौर पर हुए जलभराव में फंस गई है….और हां इसके अंदर बैठे ड्राइवर अगर समझदारी का सबूत दिखाते हुए समय से निकल कर जान बचाकर भाग न गये होते तो शायद कहानी कुछ दर्दनाक भी हो सकती थी…दरअशल कभी कभी कुछ तस्वीरों को वीडियोज़ को देखकर जहन कन्फ्यूज हो जाता है…कभी कोई वीडियो या तस्वीर जब आप देखते हैं तो कुछ पूरानी घटनाएं आपके दिमाग में आने लगती है…आप समझ नहीं पाते कि ये सब क्या है…अगर एक तस्वीर को ऐतिहासिक पल कहा जा रहा है तो दूसरी ऐसी ही तस्वीर शर्मिंदगी की वजह क्यों बन रही है…चलिए आप ज्यादा परेशान न हो… पूरे देश में इन दिनों यूं तो बरसात, बाढ़ और जल प्रलय का दौर है लेकिन देशभर की सड़कों पर आपको ऐसी तस्वीरे जरूर मिल जाएंगी जहां पर आप समझ सकते हैं कि करप्शन की जड़े कितनी गहरी हो चुंकी है.
अब हम आपको ये भी बताते चलें कि आखिर गुजरात में प्रधानमंत्री महोदय द्वारा शुरु की गई सी प्लेन सेवा और कानपुर में करप्ट अफसरों द्वारा बनाई गई सी शेम योजना यानि शर्मिदगी को देखों योजना में फर्क क्या है…गुजरात की सी प्लेन योजना में विदेशों से मंगवाए गये इस विमान की क्षमता 19 लोगों को लेकर उड़ने की है और इसको हर घंटे 272 लीटर बेहतरीन किस्म का पैट्रोल चाहिए होता है…लेकिन कानपुर में भ्रष्ट अफसरों द्वारा शहर को दी गई जूही अंडरपास में बनवाया गया पम्प हाउस योजना में धीरे धीरे मिल जुल कर किये गये करोड़ों के घोटाले के अलावा कितने भी लोग कितनी ही देर तक पानी में बगैर कोई पैट्रोल फूंके फंसे रह सकते हैं और वो भी जान के जोखिम के साथ…क्योकि इसमें न कोई सेफिटी बेल्ट है और न ही कोई रेस्क्यू और भविष्य में एक्शन का फिलहाल कोई सवाल ही नहीं….
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