महाराष्ट्र/मुंबई (25 जून 2022)- दुनियां के सबसे लोकतंत्र में बहुदलीय सियासत यूं तो हर रोज़ कोई न कोई सियासी खेल तमाशा दिखाता ही रहता है लेकिन इस बार महाराष्ट्र की सियासत में जो कुछ देखने को मिल रहा है शायद वो किसी भी सभ्य समाज को स्वीकार्य नहीं होगा। हांलाकि इस बार महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के नतीजों के बाद से ही कई नये सियासी पैंतरेबाजी देखने को मिली। कभी राज्यपाल भगत सिंह कोशयारी के हाथों सुबह सवेरे ही देवेंद्र फर्णनवीस को शपथ दिलाकर देश में नया इतिहास बनान हो या फिर कर्नाटक, मध्य प्रदेश की तर्ज पर महाकाष्ट्र की चुनी हुई सरकार को बदलने का सियासी खेल।
लेकिन दिलचस्प बात ये है कि कभी जो सियासी दल अपना डीएनए एक बताते नहीं थकते थे आखिर आज वही शिव सेवा और भाजपा एक दूसरे को ठिकाने लगाने पर क्यों तुले हैं। हालात ये हैं कि उद्धव ठाकरे की सरकार में सेधमारी करने वाली बीजेपी किस राजनीतिक एक्पैरिमेंट कर रही है। जिसके नतीजे में न सिर्फ विधायकों को अपहरण किये जाने के आरोप लगे बल्कि अब तो सरेआम जूते चप्पल और मारपीट तक के मैसेज दिये जाने लगे हैं। इतना ही नहीं अब शिव सैनिक भी बीजेपी के सामने अपने पुराने रूप में सामने आने लगे हैं, और तो और शुक्रवार को जिस तरह से शिंदे और बागी विधायकों को गद्दरा बताते हुए उनके पोस्टरों पर जूते चप्पल बरास कर शिव सेना ने अपने इरादों को ज़ाहिर कर दिया है। जिसके नतीजे में महाराष्ट्र की राजनीतिक में आज भी गरमागर्मी देखी जा सकती है। बीजेपी की आज एक बैठक होनी है, जिसमें भाजपा के सहयोगी दल शामिल होंगे। खबर है कि पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले के साथ राज्य के मौजूदा हालात पर चर्चा करेंगे। उधर शिवसेना ने भी कार्यकर्ताओं को मोबलाइज करना शुरु दिया है। सीएम उद्धव ठाकरे ने शनिवार दोपहर 1 बजे सेना भवन में सेना की सभी राष्ट्रीय कार्यकारिणियों की बैठक बुलाई है। बताया जा रहा है कि वीडियों कांप्रेसिंग के जरिए उद्धव कार्यकर्ताओं को स इबोधित करेंगे। जबकि आदित्य ठाकरे शाम 6:30 बजे मरीन लाइंस में बिरला मातोश्री सभागार में एक जनसभा को संबोधित करेंगे। साथ ही आदित्य रविवार सुबह 11 बजे भी सांताक्रूज में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे। सभाओं में सभी युवा शिवसैनिकों को शामिल होने के लिए कहा गया है।
उधर जैसे जैसे महाराष्ट्र में सियासी संकट लगातार गहरा रहा है तैसे तैसे प्रदेश की सियासी तपिश देश में भी महसूस होने लगी है। एक तरफ तो शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे बार-बार महाराष्ट्र सरकार को चुनौती दे रहे हैं वहीं दूसरी ओर सीएम उद्धव ठाकरे अपने पत्ते नहीं खोल रहे हैं। हालांकि शिंदे अब मैजिक नंबर पूरा होने का भी दावा कर दिया है। लेकिन बाला साहेब की सियासी विरासत के दम पर राजनीति में टिके उद्धव मैदान में आ चुके हैं। हांलाकि शिवसेना का एक धड़ा संभल कर चलने की सलाह दे रहा है, शिवसेना एमएलए भास्कर जाधव ने संजय राउत से बागी विधायकों को चुनौती देने के बजाय उनसे बात करने को कहा है। चिपलुन से विधायक जाधव ने कहा कि बागियों से संवाद करिए, यह पता लगाइए कि क्या उनकी शिकायतें सही हैं। मतभेदों को संवाद से हल किया जा सकता है। जाधव उन चंद विधायकों में से एक हैं, जो शिवसेना के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र के मंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई में बागी विधायकों के खेमे में शामिल नहीं हुए हैं। शिवसेना के बागी विधायकों की बैठक में उन्होंने डिप्टी स्पीकर नरहरि जिरवाल को हटाने का प्रस्ताव लेने की योजना बनाई है। सूत्रों के मुताबिक, बागी गुट के 46 विधायकों के हस्ताक्षर से प्रस्ताव तैयार करने की कार्रवाई हो रही है। महाराष्ट्र के महाधिवक्ता आशुतोष कुंभकोनी को विधानसभा सचिवालय ने मौजूदा राजनीतिक संकट पर कानूनी राय लेने के लिए बुलाया गया। इस दौरान 16 बागी विधायकों की अयोग्यता पर चर्चा होगी, जैसा कि शिवसेना ने अनुरोध किया था। उधर एनसीपी मुखिया शरद पवार, महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजीत पवार, महाराष्ट्र सरकार में मंत्री जयंत पाटिल और NCP नेता प्रफुल पटेल सहित सभी नेता बैठक के बाद मातोश्री में इकठ्ठा हुए। उधर शिव सेना विधायकों गुस्सा देखा जा रहा है। भायखला से शिवसेना की बागी विधायक यामिनी जाधव ने कहा कि मैं हमेशा एक शिवसैनिक रहूंगी और शिवसेना को कभी धोखा नहीं दूंगी। मुझे कई कारणों से यह कदम उठाना पड़ा। भायखला विधानसभा के मतदाता इसे समझेंगे। जब मेरे कैंसर के बारे में पता चला था तब पार्टी का कोई वरिष्ठ नेता मुझसे मिलने तक नहीं आया।
बहरहाल महाराष्ट्र की मौजूदा सियात का अंजाम कुछ भी हो लेकिन इतना तो तय है कि भले ही कोई भी दल सत्ता पाने या बचाने में कामयाब हो जाए लेकिन सवाल ये है कि लोकतंत्र के मूल्यों की जीत कब होगी। #MaharashtraPolitics #Maharashtra #MaharashtraPoliticalCrisisUpdates #MaharashtraPoliticalCrisis #uddhavthackeray #shivsena #opposositionnews #oppososition_news #oppososition #Maharashtranews
