जीडीए ने मास्टर प्लान 2031का डिजाइन तैयार करने की जिम्मेदारी हैदराबाद की निजी कम्पनी को सौंपी
गाजियाबाद (18 अप्रैल 2021)- विकास प्राधिकरण (जीडीए ) ने महानगर के मास्टर प्लान 2031 पर पहल शुरू कर दी है।अधिकारियों की माने तो मास्टर प्लान 2031 के तहत गाजियाबाद शहर व उससे जुड़े मोदीनगर मुरादनगर और लोनी का योजनाबद्ध विकास हो सकेगा । जीडीए ने मास्टर मास्टर प्लान 2031 तैयार करने की जिम्मेदारी हैदराबाद की एक निजी कंपनी को सौंपी गई है। उम्मीद है कि कंपनी डिजाइन करके पूरी रिपोर्ट इसी वर्ष जून तक जीडीए के नियोजन विभाग को सौंप देगी। जीडीए की योजना है गाजियाबाद का विकास एक जुदा अंदाज में किया जाए ताकि शहर का आकर्षण भी बढे और औद्योगिक निवेश की संभावनाओं को भी बल मिले। अभी तक ज्यादातर जो विकास हुआ है वह गाजियाबाद शहर के अंदर हुआ है। अब जीडीए की योजना शहर से जुड़े मोदीनगर मुरादनगर लोनी आदि इलाकों का विकास करना है। जीडीए ने इन इलाकों का सेटेलाइट डाटा कंपनी को भेज दिया है। जिस पर योजनाबद्ध तरीके से मैपिंग का काम चल रहा है। मास्टर प्लान 2031 के तहत पूरे जिले का इस तरह से धरातल पर विकास किया जाएगा ताकि कहीं भी जन सुविधाओं का अभाव ना हो मसलन आवासीय व गैर आवासीय ,एजुकेशन हब औद्योगिक हब से जुड़ी तमाम परियोजनाओं का सेक्टर अनुसार विकास परियोजना कारगर ढंग से परवान चढ़ सके। जून तक कंपनी की रिपोर्ट मिलने के बाद आम जनता से जीडीए आपत्ती एवं सुझाव मांगेगा। उसके बाद जिले का मास्टर प्लान के अनुसार विकास योजनाओं पर काम शुरू हो जाएगा। जीडीए अधिकारियों का कहना है कि आने वाले समय में गाजियाबाद का नाम विश्व मानचित्र पर होगा। इससे औद्योगिक निवेश को भी बल मिलेगा। पूरे जिले को एक दूसरे इलाके से जोड़ने वाली सड़कें सीवर जलापूर्ति इंटरकनेक्ट होंगी और किसी भी जन सुविधा का अभाव नहीं होगा। इसके अलावा विद्युत आपूर्ति पर भी विशेष फोकस किया जाएगा। मास्टर प्लान 2031 की रिपोर्ट तैयार कर रही कंपनी को दो करोड़ रुपए का भुगतान किया जाएगा। जीडीए के मुख्य अभियंता वी एन सिंह का कहना है कि हैदराबाद से रिपोर्ट आने के बाद जीडीए का विकास परियोजनाओं पर काम शुरू हो जाएगा।