
गाजियाबाद (23 जून 2020)- लोनी नगर पालिका परिषद मैं 14 वित्त आयोग से प्राप्त धनराशि से कराए जाने वाले नाला निर्माण के एस्टीमेट में हेराफेरी करने का मामला मंगलवार को पकड़ा गया है। यह मामला खुद जिलाधिकारी ने मंगलवार को आयोजित बैठक में पकड़ा। जिलाधिकारी डॉ अजय शंकर पांडेय ने गंभीरता से लेते हुए शासन को पुन: एस्टीमेट बनाने और संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की की संस्तुति की है ।
जिलाधिकारी ने मंगलवार को 14वें वित्त आयोग से प्राप्त धनराशि को लेकर समीक्षा बैठक की इस बैठक में नगर पालिका परिषद लोनी के कृष्णा विहार, अशोक विहार, मेन रोड पंचवटी, राज नगर कॉलोनी, न्यू आनंद विहार, विकासनगर, लालबाग कुल 7 स्थानों पर आरसीसी नाले के निर्माण के लिए स्टीमेट बनाया गया था बैठक में पता चला कि 14 वित्त आयोग के नियम के मुताबिक नगर पालिका परिषद ने 25 लाख से अधिक धनराशि नालो के निर्माण धनराशि जल निगम के सी एन डी एस इकाई को स्थानांतरित कर दी गई थी इसके बाद जल निगम ने संशोधित एस्टीमेट बनाया ।
जिसमें पालिका परिषद में पांच नालों के निर्माण की स्वीकृति पत्रावली पेश की तो पता चला कि काफी हेराफेरी की गई है।
जिलाधिकारी ने इस मामले में उत्तर प्रदेश जल निगम और संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन को लिखा है ।