प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 16 और 17 जून को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशोंके मुख्यमंत्रियों से छठी बार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चर्चा करेंगे। यह 88 दिन में उनकी छठी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग होगी। इस दौरान मोदी देश में बढ़ते कोरोना के मामलों की समीक्षा करेंगे। इसके अलावा मुख्यमंत्रियों सेअनलॉक-1 का फीडबैक भी लिया जाएगा।
माना जा रहा है कि इस चर्चाके बाद केंद्र सरकार कोरोना की रोकथाम के लिए कुछ बड़े फैसले ले सकती है।
मुख्यमंत्रियों से अलग-अलग बात करेंगे प्रधानमंत्री
यह पहली बार होगा कि प्रधानमंत्री कोरोना संकट पर मुख्यमंत्रियों से अलग-अलग बात करेंगे। 16 जून को राज्यों के मुख्यमंत्रियों से उनकी बातचीत होगी जबकि 17 जून को केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्री या फिर उपराज्यपाल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में शामिल होंगे। इससेपहले मोदी ने 11 मईको मुख्यमंत्रियों से बातचीत की थी,जिसके बाद लॉकडाउन 4.0 का ऐलान किया गया था।
पहली बार लगातार दो दिन बातचीत होगी
पहली बार होगा कि प्रधानमंत्री राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) के मुख्यमंत्रियों से लगातार दो दिन बात करेंगे। 16 जून को 21 राज्यों और यूटी के मुख्यमंत्रियों से उनकी बातचीत होगी। इनमें पंजाब, असम, केरल, उत्तराखंड, झारखंड, छत्तीसगढ़, त्रिपुरा, हिमाचल प्रदेश, चंडीगढ़, गोवा, मणिपुर, नागालैंड, लद्दाख, पुडुचेरी, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, मिजोरम, अंडमान और निकोबार, दादरा और नगर हवेली और दमन और दीव, सिक्किम और लक्षद्वीप शामिल हैं।
जबकि 17 जून को 15 राज्यों के मुख्यमंत्री या फिर उप राज्यपाल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग होगी। इनमें महाराष्ट्र, तमिलनाडु, दिल्ली, गुजरात, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, बिहार, आंध्र प्रदेश, हरियाणा, जम्मू कश्मीर, तेलंगाना और ओडिशा शामिल हैं। इन राज्यों में संक्रमण और उससे होने वाली मौतों की संख्या काफी ज्यादा है।
88 दिनों में छठीबार मुख्यमंत्रियों से बातचीत
कोरोना संकट को लेकरमोदी 88दिनों में छठीबार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग करेंगे। इससे पहले प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्रियों के बीच20 मार्च, 2, 11, 27 अप्रैल और11 मई को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग हो चुकी है।
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