कोरोनावायरस से संक्रमित व्यक्तियों को क्वॉरैनटाइन करने के लिए गोरखपुर में सरस्वती बालिका विद्यालयसूरजकुंड में प्रदेश के पहले आदर्श क्वॉरैंटाइन सेंटर की स्थापना की गई है। यहां क्वॉरैंनटाइन किए गए लोगों के लिए 10 कर्मचारी 24 घंटे तैनात हैं, जो यहां क्वॉरेंटाइन किए गए लोगों का ख्याल रखेंगे।लगभग 60 से 70 व्यक्तियों की क्षमता वाले इस क्वॉरेंटाइन सेंटर पर प्रशासन ने तमाम सहूलियत उपलब्ध कराई हैं। यहां अब तक पांच लोगों को रखा गया है जिन्हें प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से यहां लाया गया है।
इसके अलावा प्रत्येक क्वॉरैंनटाइन किए गए व्यक्ति के लिए एक विशेष डिग्निटी किट की व्यवस्था की गई है। इसमें ऑलआउट लिक्विड, कपड़ा धोने का साबुन, माचिस – मोमबत्ती, बिस्किट, टूथपेस्ट, टूथब्रश, तौलिया, हेयर आयल, कंघी, हार्पिक, मच्छरदानी और बाल्टी व मग उपलब्ध कराया गया है।
सूरजकुंड सरस्वती बालिकाविद्यालय को बनाया गया है आदर्श क्वारैंटाइन सेंटर
सरस्वती बालिका विद्यालय सूरजकुंडको आदर्श क्वारैंटाइन सेंटर बनाया गया है।मॉडल क्वारंटीन सेंटर में सीसीटीवी कैमरे, आरोग्य सेतु ऐप से परीक्षण, स्वास्थ्य परीक्षण के लिए अलग कक्ष व खेल के मैदान के अलावा स्वच्छता किट आदि मौजूद रहेगी।सेंटर की प्रभारी नीलम तिवारी हैं जो सदर तहसील में नायब तहसीलदार के पद पर कार्यरत हैं।
उन्होंने बताया कि यहां अब तक 5 लोगों को रखा गया है जिन्हें प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से यहां आए हैं। नगर निगम के कर्मचारी साफ सफाई व्यवस्था पर नजर रखे हुए हैं इसके अलावा यहां रहने वालों को खाना पानी भी प्रशासन उपलब्ध करा रहा है।
डब्लूएचओ के मानकों के अनुरूप
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (डब्ल्यूएचओ) और स्वास्थ्य मंत्रालय भारत सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक दोनों विद्यालयों को मॉडल क्वारंटीन सेंटर के तौर पर विकसित किया गया है। यहां क्वारंटीन किए जाने वाले लोगों के बीच निश्चित दूरी, स्वास्थ्य जांच, साफ-सफाई व हाईजिन का पूरा ध्यान रखा गया है। सरस्वती विद्यालय में पांच लोगों को क्वारंटीन किया गया है। सभी को अलग-अलग कमरे में रखा गया है।